विपिन नीमा, इंदौर
केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय ने दुनिया के सबसे बड़े शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण ( Swachh Survekshan ) के 9वें संस्करण के लिए टूलकिट लॉन्च की। यह टूलकिट अब पहले से अधिक सरल, सटीक, व्यवस्थित और समावेशी है। स्वच्छता सर्वेक्षण के अन्तर्गत पहली बार, शहरों को 5 जनसंख्या श्रेणियों में वगीर्कृत किया गया है जिसमें बहुत छोटा, छोटा, मध्यम, बड़ा और दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहर शामिल है। प्रत्येक श्रेणी का मूल्यांकन जनसंख्या और उसके विशिष्ट आकार और आवश्यकताओं के अनुरूप मापदंडों के आधार पर किया जाएगा। वर्ष 2024 के लिए, एक विशेष श्रेणी – सुपर स्वच्छ लीग शुरू की गई है, जो स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों की एक अलग लीग बनाती है। स्वच्छ सर्वेक्षण का अंतिम चरण – 9 वें संस्करण के लिए क्षेत्र मूल्यांकन 15 फरवरी , 2025 को शुरू होगा और मार्च 2025 के अंत तक पूरा हो जाएगा।
Swachh Survekshan में सुपर स्वच्छ लीग में शामिल हुए 12 शहर
वर्ष 2016 में शुरू किया गया स्वच्छ सर्वेक्षण ( Swachh Survekshan ), नागरिक भागीदारी और तीसरे पक्ष के सत्यापन के माध्यम से शहरी स्वच्छता में सुधार लाता है। वर्ष 2024 के लिए, एक विशेष श्रेणी – सुपर स्वच्छ लीग शुरू की गई है, जो स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों की एक अलग लीग बनाती है। पिछले 3 वर्षों (2021-2023) में कम से कम 2 वर्षों में शीर्ष 3 में रहने वाले शहरों ने इस सूची में जगह बनाई है। सुपर स्वच्छ लीग में 12 शहर हैं। आगे बढ़ते हुए, प्रत्येक जनसंख्या श्रेणी में शीर्ष 3 रैंकिंग वाले शहर अगले वर्षों के लिए लीग में शामिल हो जाएंगे। इस लीग में शामिल शहरी स्थानीय निकायों का मूल्यांकन अतिरिक्त आकांक्षात्मक संकेतकों के आधार पर किया जाएगा और उन्हें अपना स्थान बनाए रखने के लिए 85त्न या उससे अधिक का स्कोर बनाए रखना होगा।
शहरों को पहली बार अलग अलग श्रेणियों में किया वर्गीकृत
इस वर्ष, स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) और स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता को अपनाना – दैनिक जीवन में व्यवहार परिवर्तन , को मूल्यांकन में शामिल किया गया है। मूल्यांकन मुख्य मापदंडों जैसे कि कठिन और अंधेरे स्थानों को खत्म करना, दृश्यमान स्वच्छता, रिड्यूस रीयूज रीसाइकिल सेंटर स्थापित करना आदि पर ध्यान केंद्रित करेगा। शैक्षणिक संस्थानों में स्वच्छता मूल्यों के एकीकरण को बढ़ावा देने और युवा दिमागों को स्वच्छता और स्थिरता को अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए, इस वर्ष स्वच्छछता सर्वेक्षण के हिस्से के रूप में स्कूल मूल्यांकन शुरू किया गया है। अधिक पर्यटक स्थलों पर दृश्यमान स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है।
जनसंख्या के हिसाब से सुपर स्वच्छ लीग में शामिल हुए ये 12 शहर…
- 20 हजार जनसंख्या वाले शहर – पंचगनी, पाटन
- 20 हजार से 50 हजार जनसंख्या वाले शहर – वीटा, सासवड
- 50 हजार से 3 लाख जनसंख्या वाले शहर – अंबिकापुर, तिरूपति, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद
- 3 से 10 लाख जनसंख्या वाले शहर – नोएडा, चंडीगढ़
- 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहर – नवी मुंबई, इंदौर, सूरत
टूलकिट में सभी संकेतकों को 10 बकेट में व्यवस्थित किया
नए ढांचे में पैक किए गए, नए स्वच्छता सर्वेक्षण टूलकिट में सभी संकेतकों को 10 बकेट में व्यवस्थित किया गया है, जिसमें यूएलबी द्वारा बेहतर समझ के लिए मूल्यांकन मापदंडों को सरल बनाया गया है। वे ये हैं- दृश्यमान स्वच्छता , कचरे का पृथक्करण, संग्रह और परिवहन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन , स्वच्छता तक पहुंच , उपयोग किए गए जल का प्रबंधन, डी-लजिंग सेवाओं का मशीनीकरण, स्वच्छता के लिए वकालत, पारिस्थितिकी तंत्र और संस्थागत मापदंडों को मजबूत करना , सफाई कर्मचारियों का समग्र कल्याण , नागरिक प्रतिक्रिया और शिकायत निवारण।
- गुणवत्ता आश्वासन के लिए व्यापक उपाय लागू
- ऑन-फील्ड टीमों के लिए प्रशिक्षण,
- औचक फील्ड दौरे
- गैर-निवासी शहर मूल्यांकनकतार्ओं का उपयोग
- साक्ष्य गुणवत्ता जांच के दो स्तर
- मूल्यांकनकर्ता की गतिविधियों की जीपीएस ट्रैकिंग
- यूएलबी के लिए शिकायत निवारण तंत्र
- एक समर्पित मूल्यांकनकर्ता निगरानी सेल
- डेटा में किसी भी तरह की विसंगति या बेमेल की स्थिति में, कठोर दंड लागू।