मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh ) में पिछले दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। एक तरफ जहां गर्मी का मौसम बना हुआ था, अब इसी बीच बारिश का दौर भी चालू हो गया है। दरअसल, पिछले कई दिनों से शुरू हुई बारिश रूकने का नाम ही नहीं ले रही है। प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। साथ ही कई कई जगह पर तो ओलावृष्टि का दौर भी जारी है। इसी के चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। आज भी राजधानी भोपाल (Bhopal), नर्मदापुरम संभाग सहित कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है।
5 से 10 अप्रैल के बीच फिर से बादल छाने के साथ बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से मध्य की ओर आ रहा है। जिसकी वजह से मौसम में फिर परिवर्तन हो गया है। इसके अलावा कल फिर एक और वेदर सिस्टम सक्रिय होने की उम्मीद है। जिससे फिर से शहर में बादल छाए रहेंगे। 5 और 6 अप्रैल को शहर में बूंदाबांदी होने की संभावना है। ग्वालियर (Gwalior) में चार दिनों तक बारिश के आसार नहीं है, लेकिन 5 से 10 अप्रैल के बीच फिर से बादल छाने के साथ बारिश के आसार बनेंगे। 20 अप्रैल तक लू के आसार कम है, अप्रैल अंत तक गर्मी का असर देखने को मिल सकता है।
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इन जिलों में भारी बारिश
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से अप्रैल की शुरुआत भी इस बार खुशनुमा मौसम के साथ होगी। जिसका सीधा असर पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा से लेकर पश्चिम बंगाल और देश के कई हिस्सों में देखने को मिलेगा। जम्मू कश्मीर में 31 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से देश भर के राज्यों में परिवर्तन देखने को मिलेगा।
किसानों को हुआ भारी नुकसान
लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेश भर के किसानों की चिंता लगातार बढ़ती चली जा रही है। बीते दिनों से शुरु हई बारिश से फसलों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इस समय प्रदेश भर में गेहूं जौ चना सरसों की फसलें लगभग पक कर तैयार हैं। इनकी कटाई का समय आ गया है। ऐसे में बारिश और आंधी से इनको नुकसान पहुंच रहा है औऱ ज्यादा तर फसलें खराब भी हो गई है।