पीथमपुर में बवाल को लेकर सीएम ने बुलाई आपात बैठक, बोले- कचरा अभी डंप किया, तुरंत जलाने का फैसला नहीं

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के रासायनिक कचरे के निष्पादन को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के बीच स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि फिलहाल केवल कचरा डंप किया गया है और इसे तुरंत जलाने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि देश की विभिन्न संस्थाओं और सुप्रीम कोर्ट ने पीथमपुर स्थित फैक्टरी को कचरे के निष्पादन के लिए एक योग्य स्थान माना है। इसके अलावा, इस प्रक्रिया की निगरानी विज्ञानियों द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी से अपील की कि किसी भी गलत कदम से बचें, क्योंकि हर व्यक्ति का जीवन बहुमूल्य है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जनता से अपील की कि वे गलतफहमी और झूठी बातों से बचें। उन्होंने कहा कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए, उच्च न्यायालय के समक्ष समस्त परिस्थितियों और व्यावहारिक कठिनाइयों के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सभी निर्णय कानून और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के तहत ही लिए जाएंगे, और किसी भी प्रकार की गलत जानकारी या अफवाहों से जनता को प्रभावित नहीं होने देना चाहिए।

डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार कभी नहीं चाहेगी कि किसी नागरिक के जीवन में कोई कष्ट आए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूनियन कार्बाइड के कचरे के निस्तारण के लिए सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट द्वारा जो स्थान पीथमपुर में निर्दिष्ट किया गया है, वह एक योग्य स्थान है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार पूरी प्रक्रिया को कानूनी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पूरी तरह से नियंत्रित करेगी, ताकि किसी भी प्रकार का खतरा या नुकसान न हो।

डॉ. मोहन यादव ने समाज में इस मुद्दे को लेकर फैल रही गलतफहमियों पर चिंता जताते हुए कहा कि लोगों को ऐसी भ्रांतियों से बचने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कचरे का निष्पादन पूरी तरह से गंभीरता से और विज्ञानियों के मार्गदर्शन में किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार का कोई भी कदम किसी व्यक्ति की जान को खतरे में डालने वाला नहीं होगा, और इस प्रक्रिया में सुरक्षा सर्वोपरि होगी।

डॉ. मोहन यादव ने इस बात को स्पष्ट किया कि अभी कचरे को जलाने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है, बल्कि उसे केवल डंप किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया विज्ञानियों और कोर्ट के मार्गदर्शन में सही तरीके से की जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर कोई दल अज्ञानता के आधार पर झूठी जानकारी फैलाता है, तो ऐसी बातों से बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि कई कमेटियां बनाई गई हैं और अनुसंधान संस्थानों ने अपनी रिपोर्ट दी है, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षण किया है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पीथमपुर घटना को लेकर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ल, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, धार विधायक नीना वर्मा, मुख्य सचिव अनुराग जैन सहित उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद, उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि उनकी सरकार जनकल्याणकारी, जनहितैषी है और जनभावनाओं का सम्मान करती है। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेशों के पालन में यूनियन कार्बाइड के कचरे का परिवहन पीथमपुर में किया गया है। मुख्यमंत्री ने अपील की कि जनता किसी भी अफवाह या भ्रम की खबरों पर विश्वास न करें और भरोसा रखें कि वह और उनकी सरकार हमेशा जनता के साथ हैं।