सीएम धामी ने भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड का संकल्प लिया

सीएम धामी : भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड’ बनाने के लिए मुख्यमंत्री धामी के प्रयासों को धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं ने सम्मानित किया। समारोह में मुख्यमंत्री ने सभी से भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड की शपथ भी दिलाई। उन्होंने प्रदेश में भ्रष्टाचार मिटाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया और कहा कि इस अभियान में जनता का साथ सबसे बड़ी ताकत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मान समारोह केवल तारीफ नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड बनाने का उत्सव है। यह सम्मान पूरे उत्तराखंड की जनता का है, जो ईमानदारी और जवाबदेही के साथ आगे बढ़ रही है।

सीएम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ तकनीक का किया व्यापक इस्तेमाल

सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई कार्रवाई उनकी व्यक्तिगत जीत नहीं है, बल्कि यह जनता के विश्वास, ईमानदारी और युवाओं की उम्मीदों की जीत है। राज्य सरकार ने ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के अंतर्गत पारदर्शिता बनाए रखने के लिए तकनीक का अधिकतम इस्तेमाल किया है। इसमें ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया, परीक्षा प्रणाली की निगरानी, सीएम हेल्पलाइन 1905 और भ्रष्टाचार शिकायतों के लिए 1064 नंबर जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। ये उपाय भ्रष्टाचार को रोकने में सहायक साबित हो रहे हैं।

सीएम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दावा

मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में धोखाधड़ी, ट्रांसफर और पोस्टिंग में भ्रष्टाचार और योजनाओं में कमीशनखोरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई है। पिछले तीन सालों में 200 से ज्यादा भ्रष्ट लोगों को जेल भेजा गया। पिछले चार सालों में 24 हजार से ज्यादा लोगों को सरकारी नौकरी दी गई है। उन्होंने बताया कि समान नागरिक संहिता, कड़े नकल विरोधी कानून, लैंड और लव जिहाद के खिलाफ कार्रवाई से शासन मजबूत हुआ है। यह दिखाता है कि मजबूत इरादों से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।

ऑपरेशन कालनेमि जारी रहेगा

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में छद्म वेशधारियों की वास्तविक पहचान उजागर करने के लिए ऑपरेशन कालनेमि जारी है। अब तक 200 से अधिक संदिग्ध गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें कुछ बांग्लादेशी घुसपैठिये भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने जनता से कहा है कि ऐसे लोगों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें ताकि वे जल्दी पकड़े जा सकें और राज्य सुरक्षित रहे।