स्वतंत्र समय, भोपाल
सीएम हेल्प लाइन ( CM helpline ) की शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की प्रायोरिटी के बाद भी विभागीय अफसर गंभीर नहीं हो रहे हैं। सीएम ने सीएम हेल्पलाइन के मामलों को लेकर डेडलाइन दे दी है, बावजूद इसके कई विभाग अपनी ग्रेडिंग नहीं सुधार पर रहे हैं। खासकर जिलों में अभी भी शिकायतें बड़ी संख्या में पेंडिंग चल रही हैं। इसे लेकर अब विभागीय व जिलों के अफसरों की नाराजगी भी सामने आने लगी है। सीएम अपनी कैबिनेट की बैठकों के साथ ही विभागीय समीक्षा में भी सीएम हेल्पलाइन के मामले तत्काल निपटाने पर जोर दे रहे हैं।
CM helpline की होगी समीक्षा
सीएम हेल्पलाइन ( CM helpline ) की अलग से समीक्षा करने का निर्णय भी ले चुके हैं। इसके चलते सभी विभाग जल्द से जल्द मामलों के निराकरण की कोशिश में जुटे हैं। खासकर 100 दिन से ज्यादा वाली पेंडेंसी पर सभी का जोर है। इसके लिए हर विभाग लगातार समीक्षा भी कर रहा है। जिलेवार ग्रेडिंग भी विभाग कर रहे हैं। मगर अधिकांश विभागों का रिपोर्ट कार्ड अभी भी बिगड़ा पड़ा है। उच्च शिक्षा विभाग के 27 जिले सोमवार को भी डी ग्रेड से ऊपर नहीं उठ सके हैं। इनमें 100 दिन से पुरानी शिकायतें भी लंबित हैं। विभाग ने अब अपने फिसड्डी जिलों को जल्द से जल्द अपनी छवि सुधारने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इन जिलों के लीड कॉलेजों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। बी और सी ग्रेड में भी अधिकांश कॉलेज हैं। जबकि ए ग्रेड पाने वाले जिलों की गिनती बहुत ही कम बताई जा रही है।
यह जिले हैं डी ग्रेड
शहडोल, गुना, खंडवा, डिंडोरी, इंदौर, निवाड़ी, टीकमगढ़, विदिशा, सतना, मैहर, जबलपुर, भिंड,ग्वालियर, अशोकनगर, छतरपुर, रीवा व अनूपपुर।
भोपाल कलेक्टर ने फटकारा
राजधानी में भी शिकायतों को लेकर अफसरों की लापरवाही सामने आई है। सोमवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज सिंह ने सीएम हेल्पलाइन में पेंडिंग शिकायतों को लेकर अफसरों को जमकर फटकार लगाई। रिपोर्ट न बनाने पर उन्होंने लोकसेवा प्रबंधक प्रसून सोनी का 15 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों पर नाराजगी जताकर अफसरों को फटकार भी लगाई है। कलेक्टर ने सभी कार्यालयों से पूरी जानकारी लेकर आने को कहा है। सीएम यादव ने सीएम हेल्पलाइन की पिछले महीने ही उसमें जिला 24वें नंबर पर था। पेंडिंग शिकायतों पर सीएम ने सीनियर अफसरों से नाराजगी भी जताई थी। बावजूद इसके शिकायतों का आंकड़ा बढ़ रहा है।