CM हिमंत : असम में अतिक्रमण में बिहार के लोगों की संलिप्तता

CM हिमंत : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि कुछ लोग जो खुद को बिहार का रहने वाला बता रहे हैं, वे असम में सरकारी, वन और दूसरी जमीनों पर अतिक्रमण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब अतिक्रमण करने वालों की सूची देखी गई, तो पता चला कि ये लोग सिर्फ असम के ही नहीं, बल्कि बिहार और अन्य जगहों से भी हैं। कुछ लोग सीमा पार से भी हो सकते हैं। सरकार इन लोगों के नाम, पते और जानकारी इकट्ठा कर बिहार और संबंधित राज्यों के अधिकारियों को भेजेगी ताकि उनकी पहचान की जांच की जा सके।

सरकार की चुप्पी नहीं चलेगी: सीएम सरमा

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर अतिक्रमण करने वाले उस इलाके के असली रहने वाले हैं, तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन अगर वे वहां के स्थायी निवासी नहीं हैं, तो स्थानीय अधिकारी कदम उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि उरियमघाट में अतिक्रमणकारियों ने सैकड़ों बीघा वन भूमि पर कब्जा कर रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार केवल तमाशा देखने वाली नहीं रह सकती, हमें तुरंत कदम उठाने होंगे। उन्होंने जनता से भी समर्थन और सहयोग मांगा ताकि समस्या का समाधान किया जा सके।

अतिक्रमण हटाने पर युवा कारोबार को बढ़ावा: CM सरमा

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों ने बताया है कि अतिक्रमित जगहों पर नशा और चोरी जैसी गलत बातें हो रही हैं। अब सबको मिलकर इस जगह को अच्छा बनाने का काम करना चाहिए। जमीन साफ होने के बाद स्थानीय युवा अपनी मेहनत से नया कारोबार शुरू कर सकते हैं। ज़्यादातर अतिक्रमणकारी जगह छोड़ चुके हैं, बाकी भी जल्द चले जाएंगे। उरियमघाट और नेग्रिबिल में बेदखली के नोटिस दिए गए हैं। नागालैंड ने मदद की है ताकि बेदखली हुए लोग उनके यहां न जाएं। हम धीरे-धीरे सभी जगहों को अतिक्रमण से मुक्त कर रहे हैं ताकि समस्या ठीक से सुलझे।