बैगा, भारिया और सहरिया युवाओं की पुलिस में होगी भर्तीः CM Mohan Yadav

स्वतंत्र समय, भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav  ) ने कहा कि अनुसूचित जाति -जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग की छात्रवृत्ति से संबंधित सालों से लंबित प्रकरणों का कार्ययोजना बनाकर तत्काल निराकरण किया जाए। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए छात्रवृत्ति में आवेदन के सत्यापान, पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और छात्रवृत्ति वितरण की समय सीमा निर्धारित की जाए। अपात्र विद्यार्थियों का परीक्षण शिक्षण संस्थावार किया जाए। उन्होंने कहा-बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति के युवाओं की होमगार्ड तथा पुलिस की भर्ती में प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए।

CM Mohan Yadav मंत्रालय में समीक्षा बैठक ली

मुख्यमंत्री ( CM Mohan Yadav ) गुरुवार को मंत्रालय में महाविद्यालय और शाला स्तर पर विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया का सरलीकरण आवश्यक है। अन्य राज्यों में जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए बनाई जा रही प्रक्रिया का अध्ययन कर सामान्य प्रशासन विभाग अन्य संबंधित विभागों की टॉस्क फोर्स बनाकर कर प्रकिया के सरलीकरण के लिए तत्काल कार्रवाई करें। इसके साथ ही सभी व्यवसायिक व प्रतियोगी परीक्षाओं में अनुसूचित जाति जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थी उपलब्धियां अर्जित करें, इस उद्देश्य से प्रभावी कार्य योजना बनाई बनाई जाए। बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति के युवाओं की होमगार्ड तथा पुलिस में भर्ती को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए।

नलजल योजना के संचालन का कार्य महिला स्वसहायता समूहों को सौंपा जाए

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत नलजल योजना के संचालन का कार्य महिला स्वसहायता समूहों को सौंपा जाए्रा। मिशन के अंतर्गत बनी संरचनाओं के दीर्घकालीन संचालन के लिए ग्राम स्तर पर भू-जल भण्डारण की क्षमता बढ़ाने की गतिविधियां चलाना आवश्यक है, इसके लिए ग्राम स्तर पर जनजागृति अभियान चलाकर जनभागीदारी को प्रोत्साहित किया जाए।

मोती के खेती के लिए होगी जल पुलिस की व्यवस्था

सीएम ने कहा-मोती की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। आवश्यकता अनुसार जल पुलिस की व्यवस्था भी होना चाहिए जो प्रमुख घाटों और नदी के किनारे स्थित स्थानीय निवासियों के हित में कार्य करे। ओंकारेश्वर की तरह अन्य स्थानों पर भी नवकरणीय ऊर्जा का उपयोग किया जा सकता है। सोलर फ्लोटिंग प्लांट लगाने के स्थान चिन्हित करने की कार्यवाही करें। इस संबंध में आगामी ग्लोबल समिट में इस क्षेत्र में इच्छुक निवेशकों को आमंत्रित किया जा सकता है।