मोटा अनाज उगाने वाले किसानों को एक हजार रुपए ज्यादा देगी सरकारः CM Mohan Yadav

स्वतंत्र समय, भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav  ) ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सीएम हाउस में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में योगाभ्यास किया। उन्होंने कहा-योग करने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। जेलों में भी कैदियों द्वारा योग किया जा रहा है। योग की यह प्रेरणा मनुष्य के सकारात्मक प्रयासों को ऊर्जा देती है। अनेक देशों में योग जीवन का हिस्सा बन चुका है। वयोवृद्ध लोग भी योग कर रहे हैं। विश्वविद्यालयों में योग पर शोध कार्य हो रहे हैं। अन्य देशों के पर्यटक भारत में योग शिक्षण-प्रशिक्षण के उद्देश्य से आते हैं।

CM Mohan Yadav ने श्रीअन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ किया

मुख्यमंत्री ( CM Mohan Yadav ) ने श्रीअन्न संवर्धन अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि कोदो-कुटकी सहित सभी तरह के मोटे अनाज अर्थात श्रीअन्न के उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। करीब छह माह पूर्व जबलपुर में मंत्रिपरिषद की बैठक में पहला फैसला श्रीअन्न के प्रोत्साहन पर लिया गया था। महाकौशल अंचल में बहुतायत से श्रीअन्न का उत्पादन होता है। उन्होंने कहा-किसानों को प्रति क्विंटल एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से श्रीअन्न का महत्व हम सभी कोरोना काल में ही समझ चुके हैं। व्यक्ति आहार, विचार और व्यवहार के स्तर पर नियमित रहकर दीघार्यु प्राप्त कर सकता है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को दो किसानों ने श्रीअन्न बीज के पैकेट भेंट किए। इसके बाद सीएम ने मंत्रालय में उच्च शिक्षा, पशुपालन सहित अन्य विभागों की समीक्षा की।

उच्च शिक्षा की समीक्षा में दिए ये निर्देश…

  1. प्रदेश में एक जुलाई से प्रारंभ होंगे 55 पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस।
  2. सरकारी कॉलेज और विश्वविद्यालयों में होगी विमानन, कृषि और एआई की पढाई।
  3. पायलट ट्रेनिंग के लिए पाठ्यक्रम बनेंगे, ड्रोन के लिए बनाई जाएगी नीति।
  4. प्रत्येक पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र भी खुलेगा।
  5. महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में श्रेष्ठ शैक्षणिक कार्यों को पूर्ण प्रोत्साहन दिया जाएगा।
  6. विद्यार्थियों को महाविद्यालय आने-जाने के लिए परिवहन व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।

सीएम ने ये निर्देश भी दिए…

  1. राजमार्गों पर बैठने वाले गौवंश और अन्य मवेशियों के लिए हाइड्रोलिक वाहन व्यवस्था होगी।
  2. रायसेन, विदिशा, सीहोर, देवास, राजगढ़ आदि जिलों का चयन कर हाइड्रोलिक कैटल लिफ्टिंग व्हीकल को टोल व्यवस्था के साथ जो?कर इस समस्या के समाधान किया जाएगा।
  3. गौवंश की सुरक्षा के लिए सभी उपाय लागू किए जाएगें, गुजरात में लागू व्यवस्था का अध्ययन होगा।
  4. प्रदेश में संचालित गौशालाओं को श्रेष्ठ कार्य के लिए जिला स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा।
  5. आचार्यश्री विद्यासागर जीव दया सम्मान योजना का जिला स्तर तक विस्तार किया जाएगा।