सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों के जरिए चाहे कितनी भी चकल्लस होती रही या अफवाहें फैलाई जाती रहे, मगर मैदानी हक़ीक़त ये है कि दो साल में जो उपलब्धियां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हासिल की है। उससे केन्द्रीय नेतृत्व बहुत खुश है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर अभी प्रदेश दौरे पर आए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने खुलकर डॉ. मोहन यादव की ना सिर्फ तारीफ की, बल्कि यह भी कह दिया कि सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहे शिवराजसिंह चौहान ने जहां बीमारू राज्य से प्रदेश को बाहर निकाला, मगर उससे बाद उससे भी अधिक ऊर्जा के साथ मोहन यादव काम कर रहे हैं।

नतीजतन जल्द ही मध्यप्रदेश देश के सबसे विकसित और सम्पन्न राज्य के रूप में स्थापित हो जाएगा। उन्होंने रीजनल कॉन्क्लेव के मुख्यमंत्री के प्रयोग को अत्यंत सराहा और कहा कि यह मॉडल अब सभी राज्यों तक पहुंचाया जाएगा। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इंदौर के पास धार में विकसित हो रहे मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क का भी जिक्र करते हुए कहा कि यह देश का सबसे बड़ा हब बनेगा। जहां तमाम जानी-मानी कम्पनियों के गोदाम, दफ्तर रहेंगे।
पूरे प्रदेश में शानदार हाईवे बनाने, माँ नर्मदा का पानी पहुंचाने के साथ सिंचाई के रकबे में हुई वृद्धि और लगातार 7 बार पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों को पछाड़कर कृषि कर्मण अवॉर्ड हासिल करना भी मध्यप्रदेश की बड़ी उपलब्धि रही है।
एक ही झटके में केन्द्रीय गृहमंत्री शाह तमाम विरोधियों की बोलती बंद कर गए, जो समय-समय पर बयानवीर बनते हुए जड़ों में मट्ठा डालने का काम करते रहे हैं। एक तरह से भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने 18 साल के शिवराज के कार्यकाल से तुलना करते हुए दो साल के डॉ. मोहन यादव सरकार के कार्यकाल को बेहतर माना है। जिसमें मध्यप्रदेश तेजी से तरक्की करते हुए सफलता के कई पायदान चढ़ गया।
धार्मिक सहित सभी तरह के पर्यटन को भी लगातार बढ़ावा मिल रहा है और चारों दिशाओं से औद्योगिक निवेश आ रहा है। उज्जैन, जो कि मुख्यमंत्री का गृह नगर भी है। वहां तो मानो औद्योगिक क्रांति ही आ गई और देश-विदेश की बड़ी-बड़ी कम्पनियां उज्जैन में उद्योग स्थापित कर रही है। 2028 का सिंहस्थ भी ऐतिहासिक रहेगा, जिसकी मुख्यमंत्री ने पूरी तरह से कमान संभाल रखी है और लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है।
उज्जैन सिंहस्थ का जिम्मा भी योग्य अधिकारियों को सौंप रखा है। जिससे ये तय है कि इस बार का सिंहस्थ नए आयाम के साथ अलग ही इतिहास बनाएगा। प्रदेश के सभी क्षेत्रों में हर तरह की तरक्की हो रही है और लाल सलाम को भी आखिरी सलाम कहने के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नक्सलवाद के ताबूत में भी पिछले दिनों आखरी कील ठोक दी। कानून व्यवस्था सहित पूरी सरकारी मशीनरी पर मुख्यमंत्री की पकड़ है और जरा सी भी चूक मिलने पर दोषियों को कड़ा सबक सिखाने में देरी नहीं लगती।
अभी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा भी महाकाल लोक की व्यवस्थाओं से गदगद नजर आए और मेडिकल कॉलेजों की लगातार बढ़ रही संख्या के साथ प्रदेश की तरक्की को देख भरपूर आश्वस्त हुए कि मप्र की कमान सही हाथों में है। इसमें कोई संदेह नहीं कि मध्यप्रदेश की राजनीति में मजबूती से अपने पांव जमा चुके डॉ. मोहन यादव लम्बी रेस के घोड़े साबित होते हुए देश के सबसे कामयाब मुख्यमंत्री के रूप में शीर्ष पर होंगे। क्योंकि बाबा महांकाल का भी अपार आशीष उनके साथ है।