भोपाल में निर्माणाधीन ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज (ROB) प्रोजेक्ट में गंभीर लापरवाही सामने आने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने इस मामले में लोक निर्माण विभाग (PWD) के सात इंजीनियरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं, एक सेवानिवृत्त अधीक्षण यंत्री (SE) के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जाएगी।
सोशल मीडिया पर खुद दी जानकारी
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट साझा कर बताया कि उन्होंने ऐशबाग ROB निर्माण में आई कमियों को लेकर पहले ही जांच के निर्देश दिए थे। जांच रिपोर्ट में गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की पुष्टि हुई, जिसके बाद यह कठोर कदम उठाया गया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनता की सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर की गुणवत्ता से किसी भी हाल में समझौता नहीं किया जाएगा।
ऐशबाग आरओबी के निर्माण में हुई गंभीर लापरवाही में मैंने संज्ञान लेते हुए जाँच के आदेश दिये थे। जाँच रिपोर्ट के आधार पर लो.नि.वि. के 8 इंजीनियर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है। दो सीई सहित सात इंजीनियर्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। एक सेवानिवृत एसई के खिलाफ विभागीय जाँच…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 28, 2025
दोषी निर्माण एजेंसियों पर भी कार्रवाई
सिर्फ विभागीय इंजीनियर ही नहीं, बल्कि ROB की दोषपूर्ण डिजाइन देने वाली निर्माण एजेंसी और डिजाइन कंसल्टेंसी को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। सरकार की ओर से यह संदेश साफ है कि भविष्य में किसी भी प्रोजेक्ट में लापरवाही या तकनीकी चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुधार के बाद ही होगा लोकार्पण
ROB की त्रुटियों को सुधारने के लिए एक तकनीकी समिति का गठन किया गया है, जो आवश्यक सुधार कार्यों की निगरानी करेगी। मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि जब तक यह पुल पूरी तरह से तकनीकी रूप से दुरुस्त नहीं हो जाता, तब तक उसका उद्घाटन नहीं किया जाएगा।