स्वतंत्र समय, उज्जैन
उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के दूसरे दिन शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( Mohan Yadav) ने पीएम श्री एयर एम्बुलेंस का लोकार्पण किया। यह एयर एम्बुलेंस दूर-दराज के इलाकों से गंभीर मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाएगी। सीएम ने बिजनेसमैन से वन-टू-वन चर्चा की। प्रदेश में 10 हजार करोड़ रुपए के निवेश पर सहमति बनी। कॉन्क्लेव में आज धार्मिक, फिल्म टूरिज्म और फार्मा मेडिकल डिवाइसेज के अवसर और चुनौतियों पर सत्र आयोजित हुआ। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, कॉन्क्लेव के समापन को हम नए भविष्य की संभावना मानें। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कॉन्क्लेव में शामिल हुए। कॉन्क्लेव से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी वर्चुअल जुड़े। प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह ने कहा, कॉन्क्लेव में चार हजार से ज्यादा लोगों ने पार्टिसिपेट किया। यूके, फिजी, जर्मनी, जामिया, मलेशिया समेत इनमें 12 से अधिक देशों के लोग भी कॉन्क्लेव में शामिल हुए। अडाणी और पेप्सीको समूह ने बड़े निवेश किए हैं। प्रदेश में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश होगा और 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
पीएस नरहरि बोले… निवेशकों की समस्याओं का करेंगे समाधान
एमएसएमई के प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने कहा, फूड और डेयरी, धार्मिक पर्यटन आदि सेशन में मिले सुझावों पर हम काम करेंगे। निवेशकों की समस्याओं का समाधान भी करेंगे। हमारी पॉलिसीज डायनेमिक डॉक्यूमेंट हैं, जिन्हें समय-समय पर सुधारते रहेंगे। स्टार्टअप्स के क्षेत्र में युवाओं ने बहुत रुचि दिखाई है। उज्जैन रीजन में ही 2000 से अधिक स्टार्टअप हैं। अमन ने पंडितजी डॉट इन स्टार्टअप शुरू किया है। वे पंडित जी को ऑनलाइन जोडक़र दुनिया भर में पूजा कराएंगे। ये बड़ा स्टार्टअप है। शक्ति पंप्स के एमडी दिनेश पाटीदार ने कहा, मुख्यमंत्री जी ने सुबह के लाउडस्पीकर बंद करके हमारी मॉर्निंग वॉक शांत और स्वस्थ कर दी है। पाटीदार ने कहा, मैंने पांच लाख में इंडस्ट्री शुरू की थी। आज हम पांच हजार लोगों को रोजगार दे रहे हैं। मप्र में 10 यूनिट में प्रोडक्शन हो रहा है। इप्का लैबोरेटरी के एमडी अजीत कुमार सिंह ने कहा, हम मप्र में चार दशक से हैं। हमारी सात यूनिट में काम हो रहा है। मप्र में हम अगले दो साल में 1100 करोड़ का निवेश करेंगे।
केंद्रीय मंत्री बोले- ये इंडस्ट्री का 4.0 कालखंड
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य है कि इंवेस्टर्स यहां आएं, महाकाल के दर्शन करें और लोगों को रोजगार भी दें। हम इंडस्ट्री के 4.0 कालखंड में जी रहे हैं। इंडस्ट्री के कालखंड हैं। इसकी शुरुआत स्टीम के कालखंड से हुई थी। जब बिजली से इंडस्ट्री चली तो इसे 2.0 नाम दिया। आईटी आई, कम्प्यूटर आया तो इसे रणनीतिकारों ने 3.0 कहा। अब एआई, रोबोटिक्स, एआरवीआर आ गया है। हम किसी भी मामले में पीछे नहीं गए। सभी में आगे बढ़ते गए। मेघवाल ने कहा, लोग कह रहे होंगे इस कॉन्क्लेव में कानून मंत्री का क्या काम। मैं कहता हूं हमने मोदी जी के आने के बाद इंडस्ट्री के लिए नए कानून बनाए। कुछ कानूनों में बदलाव किए हैं। आजादी के पहले के कई कानून लोगों को और उद्योगपतियों को परेशान करते थे। हमने ऐसे साढ़े पंद्रह सौ से अधिक कानून खत्म कर दिए हैं। हम मीडिएशन लॉ लाए हैं। अब सभी मामले कोर्ट न जाएं इसका प्रयास है। दो झगडऩे वाले भाई अपना मीडियाएटर तय कर दें कि जो ये कहेगा वो हम मान लेंगे। यह इस लॉ में है। इससे लोगों का समय बचेगा।
एयर एम्बुलेंस की सुविधा
एयर एम्बुलेंस सेवा में हृदय रोग, नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य समस्याएं, उच्च जोखिम वाले गर्भधारण, श्वास और तंत्रिका संबंधी बीमारियों तथा आपदाओं की स्थिति को संभालने के लिए होगी प्रशिक्षित एवं सुसज्जित टीमें। मध्य प्रदेश के छोटे शहरों में गंभीर बीमारी से पीडि़तों को आपातकालीन परिस्थिति में बड़े शहरों के अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एयर एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध होगी। मप्र में इस सेवा का नाम बदलकर पीएम एयर एंबुलेंस सेवा किया गया है। देश के अन्य राज्यों में स्थित अस्पतालों के लिए भी एयर एम्बुलेंस चलाई जाएगी। अभी तक एयर एम्बुलेंस का उपयोग आर्थिक रुप से संपन्न लोग ही कर पाते हैं। सरकार प्रोजेक्ट में सफल हुई तो सरकारी कर्मचारियों को एवं आम लोगों के लिए भी एयर एम्बुलेंस का उपयोग किया जाएगा।. सडक़ों और औद्योगिक स्थलों पर होने वाले हादसों, हृदय रोगी अथवा जहर से प्रभावित एवं अन्य गंभीर बीमारी जिसमें तत्काल इलाज की आवश्यकता हो ऐसे मरीजों अच्छे चिकित्सा संस्थानों में समय पर इलाज के लिए ये सुविधा मिलेगी। अस्पताल द्वारा मरीज की स्थिति की गंभीरता की जांच के उपरांत एयर एम्बुलेंस की सुविधा मिलेगी।