एमपी में निवेश करेंगे तो देश की जीडीपी होगी मजबूत: CM Mohan Yadav

स्वतंत्र समय, भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने मुंबई में औद्योगिक घरानों और उनके प्रतिनिधियों को मध्यप्रदेश की खूबियां बताईं। उन्होंने कहाकि उद्योग, व्यापार, व्यवसाय की दृष्टि से मध्यप्रदेश में निवेश के लिए अनुकूल माहौल बना है। निवेश लगातार बढ़ भी रहा है। एनर्जी, टूरिज्म, हेल्थ, माइनिंग जैसे सेक्टर में समान रूप से निवेश की अपार संभावनाएं हैं। राज्य शासन ने बजट में भी उद्योग-व्यापार को प्रोत्साहन देने के लिए पर्याप्त प्रावधान किए हैं। मध्यप्रदेश में निवेश से देश की जीडीपी मजबूत होगी।

CM Mohan Yadav बोले- इंडस्ट्रियल समिट आयोजित करेगी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ( CM Mohan Yadav ) शनिवार को मुंबई में इन्वेस्ट मध्यप्रदेश- रोड टू जीआईएस-2025 के लिए उद्योगपतियों को न्यौता देते हुए इन्टरेक्टिव सेशन में यह बात कही। उद्योगपतियों से बातचीत में सीएम यादव ने प्रदेश के अलग-अलग अंचलों की परिस्थिति और विशेषता को फोकस किया। साथ ही कहाकि सरकार अलग-अलग क्षेत्रों में इंडस्ट्रियल समिट आयोजित करेगी। निवेश से मध्यप्रदेश आर्थिक दृष्टि से समर्थ होगा और लोगों को रोजगार भी मिलेगा। जीआईएस 2025 में आप सभी आएं। हमारी सरकार उद्योगपतियों का स्वागत करती है।

अब हम किसी पर निर्भर नहीं

सीएम डॉ. यादव ने ऋणमुक्तेश्वर महादेव और सम्राट विक्रमादित्य के संदर्भ का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में सामथ्र्यशाली शासन की परिकल्पना है। शासन का भाव उद्दात होना चाहिए। यह आवश्यक है कि शासन के दृष्टिकोण में संकीर्णता न हो। सुशासन से नागरिकों को समृद्ध- संपन्न और खुशहाल बनाना ही शासन का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है। पीएम मोदी ने छोटे से कालखंड में देश को विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया है। हम दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं। अब हमारा देश किसी भी क्षेत्र में दूसरों पर निर्भर नहीं है।

सीएम ने की वन टू वन चर्चा

मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से राउण्ड टेबल मीटिंग एवं वन-टू-वन चर्चा भी की। इंटरेक्टिव सेशन के प्रारंभ में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेन्द्र सिंह द्वारा मध्यप्रदेश की निवेश क्षमताओं संबंधी जानकारी दी गई। सेशन में औद्योगिक परिप्रेक्ष्य में प्रमुख उद्योगपतियों के उद्बोधन के साथ समूह चर्चा भी की गई।