सीएम डॉ. मोहन यादव ने ओंकारेश्वर में धर्मसभा में घोषणा की कि उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर ओंकारेश्वर लोक का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही एकात्मधाम के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। नर्मदा परिक्रमा से जुड़े इलाकों का विकास किया जाएगा और घाटों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।
इससे पहले, सीएम ने अपनी पत्नी के साथ ब्रह्मपुरी घाट पर अमृतस्य मां नर्मदा पद परिक्रमा कार्यक्रम में भाग लिया और पूजा-अर्चना की। उन्होंने एकात्मधाम में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा को नमन किया और विकास कार्यों का निरीक्षण करने के बाद संबंधित एजेंसियों और अधिकारियों से काम की प्रगति के बारे में जानकारी ली। सीएम ने संत समाज और ट्रस्ट के पदाधिकारियों से भी बातचीत की। संत विवेक ने कहा कि प्राचीन धर्मस्थलों की रक्षा करना सभी का कर्तव्य है और परिक्रमा स्थलों को व्यवस्थित रखने की जरूरत है ताकि परिक्रमावासियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
झाबुआ में पूर्व सांसद गुमान सिंह डामोर ने अनास नदी को नर्मदा से जोड़ने की मांग की, जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस प्रस्ताव का सर्वे करवाया जाएगा और इसे नदी जोड़ो अभियान में शामिल किया जाएगा।