मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में चल रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी साझा की और प्रधानमंत्री को इन योजनाओं में हो रही प्रगति से अवगत कराया। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को मध्यप्रदेश आने का विशेष आग्रह भी किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश में 30 मार्च से प्रारंभ हुए ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ का समापन 30 जून को किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री को वर्चुअल माध्यम से शामिल होने का अनुरोध किया गया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सीहोर में 12 से 14 अक्टूबर के बीच आयोजित होने वाले एक बड़े कृषि मेले के लिए भी प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया है, जो किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण आयोजन होगा।
वैश्विक सम्मेलन की तैयारी, उज्जैन में नवाचार की पहल
सीएम ने जानकारी दी कि उज्जैन के निकट डोंगला क्षेत्र में एक आधुनिक ऑब्जर्वेटरी की स्थापना की गई है, जो समय गणना एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाएगी। जनवरी 2026 में इस स्थान पर एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी प्रस्ताव दिया कि भविष्य में सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर सम्मान/सम्मान-प्रणाली स्थापित की जाए।
कर्मचारियों को राहत और नई भर्तियों की योजना
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार ने लंबे समय से लंबित कर्मचारियों और अधिकारियों की पदोन्नति के मामलों का समाधान किया है, जिससे लगभग 2 लाख पदों पर भर्ती का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे न केवल प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
नक्सलवाद पर कड़ी कार्रवाई
सीएम ने नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की नीति को स्पष्ट करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। पिछले 18 महीनों में 10 से अधिक नक्सलियों का सफाया किया गया है, जिन पर 1.62 करोड़ रुपये तक का इनाम घोषित था। उन्होंने विश्वास जताया कि 2026 तक राज्य में नक्सलवाद पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया जाएगा।
काशी में होगी मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक
डॉ. मोहन यादव 24 जून को वाराणसी में आयोजित 25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भाग लेंगे। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। यह पहली बार होगा जब यह बैठक काशी में आयोजित की जा रही है। बैठक में उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। बैठक में सुरक्षा, विकास, स्वास्थ्य और प्रशासनिक समन्वय जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी।
राज्यों के बीच सहयोग को बढ़ावा
मध्य क्षेत्रीय परिषद का मूल उद्देश्य राज्यों के बीच सहयोग को सुदृढ़ करना, अंतर्राज्यीय विवादों का समाधान निकालना और प्राकृतिक संसाधनों के न्यायसंगत उपयोग को सुनिश्चित करना है। यह बैठक क्षेत्रीय विकास और परस्पर सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया से भी हुई चर्चा
दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान दोनों नेताओं ने राज्य के विकास, नवाचार, डिजिटल सेवाओं की उपलब्धता और ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं के विस्तार जैसे अहम विषयों पर विचार-विमर्श किया।