दशहरा पर सीएम मोहन यादव ने किया शस्त्र पूजन, सुरक्षा अधिकारियों और स्टाफ ने भी निभाई परंपरा

दशहरे के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पारंपरिक रूप से शस्त्र पूजन किया। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित किया गया, जहां उन्होंने शक्ति, साहस और विजय के प्रतीक रूप में शस्त्रों की आराधना की। इस अवसर पर उन्होंने मां दुर्गा और भगवान श्रीराम के आशीर्वाद की कामना की और प्रदेश की जनता के सुख-समृद्धि एवं कल्याण की प्रार्थना की।

सुरक्षा बल और अधिकारी भी रहे शामिल

शस्त्र पूजन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री निवास में पदस्थ सभी अधिकारी और स्टाफ इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हुए। सभी ने एक साथ पूजा-अर्चना में भाग लेकर परंपरा को जीवंत किया और इसे सामूहिक श्रद्धा और उत्साह का प्रतीक बनाया।

शक्ति और साहस का संदेश

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि शस्त्र केवल बल का प्रतीक नहीं, बल्कि यह धर्म और न्याय की रक्षा का भी प्रतीक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारे शस्त्रों का उपयोग हमेशा समाज की रक्षा, न्याय की स्थापना और शांति बनाए रखने के लिए होना चाहिए। उन्होंने युवाओं से भी संदेश दिया कि साहस और आत्मबल जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाने वाला तत्व है।

परंपरा और आस्था का संगम

यह शस्त्र पूजन न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा का भी अभिन्न हिस्सा है। दशहरे के दिन शस्त्रों की पूजा करना यह दर्शाता है कि हम हर परिस्थिति में बुराई पर अच्छाई की विजय के मार्ग पर अग्रसर हैं। मुख्यमंत्री द्वारा किया गया यह पूजन प्रदेश में परंपरा और आस्था के सम्मान का भी प्रतीक माना जा रहा है।