रोम, मिस्त्र, यूनान जैसी सभ्यताओं का अब अस्तित्व नहीं: CM Mohan Yadav

स्वतंत्र समय, भोपाल/जयपुर

जैन संत प्रज्ञासागर महाराज के 36वें चातुर्मास में शामिल होने के लिए रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) राजस्थान के झालरापाटन पहुंचे। सीएम ने प्रज्ञासागर महाराज से आशीर्वाद लेने के बाद कहा- हमने स्वर्ग नहीं देखा। हम जन्म से पहले कहां थे, किस अवस्था में थे। समय को पूरा करके कहां जाएगे। लेकिन प्रज्ञा सागर महाराज जैसे पूज्य संत के आशीर्वाद और मार्गदर्शन के कारण पृथ्वी पर ही स्वर्ग का आनंद ले पाते हैं।

CM Mohan Yadav बोले- कुछ देश काल के प्रवाह में कहां गए, पता नहीं

सीएम यादव ( CM Mohan Yadav ) ने कहा- दुनिया में आज 200 से ज्यादा देश हैं। लेकिन कुछ देश काल के प्रवाह में कहां गए किसी को पता नहीं। यूनान, मिस्त्र, रोम जैसे कई सभ्यताएं थी, जिनका आज कोई अस्तित्व नहीं। ये देश इसी लिए खत्म हो गए, क्योंकि वहां पर कोई संत परंपरा नहीं है। ये भारत की संत परंपरा ही है, जिसने भारत की सनातन परंपरा को बचा कर रखा है। जिससे हम लोग अपने गृहस्थ जीवन में रहते हुए संत हुए आशीर्वाद पाकर आनंदमयी जीवन जी रहे हैं। भारत एकमात्र देश है जहां शासन की व्यवस्था से ऊपर है धर्म संत का पद। यहां धर्म संतों से मार्गदर्शन पाकर जीवन सफल बनाया जाता है।

सरकार का बनना बिगड़ना लोकतंत्र का हिस्सा

सीएम ने कहा कि हम लोग खुशनसीब है कि अपनी आंखों से महाराज जी का जन्मोत्सव को देख रहे हैं। हमारी सांसें भी परमात्मा ने गिनती से दी हैं। लेकिन, मेडिकल साइंस का मानना है कि हमारी एक लाख कोशिकाएं प्रतिदिन मरती है, तब हमें एक दिन का जीवन नसीब होती है। उस हिसाब से एक साल में व्यक्ति का शरीर दो बार मरता है। उसी का प्रमाण है कि हमारा शरीर साल दर साल बदलता रहता है। इसके लिए हम आपको कोटि-कोटि नमन करता हूं। मैं भले ही प्रदेश की सरकार का मुखिया हूं, लेकिन सच्चे मायनों में आप जैसा एक भक्त हूं जो महाराज का सच्चे मन से जय-जयकार कर रहा हूं। सरकार का बनना-बिगडऩा लोकतंत्र का हिस्सा है। लेकिन बनने के साथ कुछ अच्छा हो जाना। सचे माइनों में किसी पूर्व जन्म का परिणाम है। हमारे पूर्व जन्म में कोई पुण्य होंगे उसी नाते से मैं आपसे मिल पा रहा हूं।