स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) से मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस के 27 विधायकों का प्रतिनिधिमंडल मिला। सीएम ने कांग्रेस विधायकों की समस्याओं को सुना और उन्होंने कहा-मुझे उम्मीद है कि सकारात्मक विपक्ष प्रदेश के लिए भी बेहतर काम करेगा।
CM Mohan Yadav ने कहा हम समान रूप से मदद करेंगे
मुख्यमंत्री ( CM Mohan Yadav ) ने बताया कि सरकार द्वारा किए जा रहे है कार्यों के बारे में भी विधायकों से परस्पर चर्चा की है। खासकर के पहले हमने अपनी फसलों के सर्वे का फैसला किया। जिसके लिए हमने जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया की अगर फसल खराब हुई है तो उसका निराकरण करें। गौशालाओं के लिए उनकी व्यवस्था अच्छी बनी रहे, उसका अनुदान बढ़ाने के लिए नगरीय क्षेत्र में इन्दौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर बड़ी-बड़ी नगर निगमों में गौशाला बनाने और गौ-धन को बढ़ावा देने के साथ ही दूध पर बोनस और दूध उत्पादन में भी मध्यप्रदेश देश का नंबर राज्य बने। उन्होंने कहा कि सभी विधायक वो चाहे कांग्रेस के हो, या भाजपा के सभी अपनी-अपनी विधानसभाओं में विजन डाक्यूमेंट बनाएं। पांच सालों मे विकास के मामले में वो अपनी विधानसभा को कहां ले जाना चाहते हैं और उसमें हम समान रूप से सारे विधायकों की मदद करेंगे।
सरकार से फंड नहीं मिलने की शिकायत
प्रदेश के 27 कांग्रेस विधायक मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात करने पहुंचे। विधायकों ने विकास कार्यों के लिए सरकार से फंड नहीं मिलने की शिकायत की। उन्होंने कहा-भाजपा विधायकों से 15-15 करोड़ रुपए के प्रस्ताव हर वित्तीय वर्ष के हिसाब से लिए जा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस विधायकों से यह प्रस्ताव नहीं मांगे गए हैं। सीएम हाउस में करीब सवा घंटे तक चली बैठक में मुख्यमंत्री और विधायकों के बीच दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत हुई। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों को लेकर भी सीएम से चर्चा की। बैठक के बाद उन्होंने कहा-विधायकों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। इस मामले में कांग्रेस और बीजेपी नहीं देखना चाहिए। विधायक चुने हुए जनप्रतिनिधि होते हैं। सीएम निष्पक्ष होकर सबके विकास कार्यों को प्राथमिकता दें।
कांग्रेस के 63 विधायकों में से 27 ही पहुंचे
प्रदेश में कांग्रेस के 63 विधायक हैं लेकिन सीएम से मिलने के लिए 27 विधायक ही पहुंचे। कांग्रेस नेताओं ने तर्क दिया कि विधायकों की ओर से फंड न मिलने की शिकायतें रोज आती हैं। सोमवार शाम को ही यह तय हुआ कि सीएम से मुलाकात करने जाएंगे। सूचना सभी विधायकों को भेजी गई थी लेकिन कई विधायकों के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम और बैठकें थीं। कुछ लोग कम समय होने के चलते नहीं आ पाए।