MP में निवेशकों को आमंत्रित करने विदेशी दौरे पर जाएंगे CM मोहन यादव, जानें क्या कुछ रहेगा खास

भोपाल में फरवरी 2025 में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 24 नवंबर से 30 नवंबर तक छह दिवसीय विदेश दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरे का उद्देश्य विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करना और राज्य में निवेश की नई संभावनाओं को तलाशना है। इस दौरे में मुख्यमंत्री के साथ उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहेंगे। यह टीम अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मध्य प्रदेश में उपलब्ध औद्योगिक अवसरों, अनुकूल नीतियों, और बुनियादी ढांचे की जानकारी साझा करेगी। साथ ही, संभावित निवेशकों के साथ व्यक्तिगत बैठकें आयोजित कर उन्हें राज्य में निवेश के लिए प्रेरित किया जाएगा।

विदेश दौरे में मुख्यमंत्री उन देशों का दौरा करेंगे, जिनके उद्योग समूहों ने पहले भी भारत में निवेश किया है या जो उभरते बाजारों में रुचि रखते हैं। यह दौरा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को वैश्विक मंच पर प्रासंगिक बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की छह दिवसीय विदेश यात्रा की शुरुआत लंदन से होगी। उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य फरवरी 2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए निवेशकों को आमंत्रित करना और मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों को प्रस्तुत करना है।

दौरे का विस्तृत कार्यक्रम

1.24-26 नवंबर (यूके)

•मुख्यमंत्री तीन दिन यूनाइटेड किंगडम के प्रमुख शहरों लंदन और बर्मिंघम का दौरा करेंगे।
•वे यहां विभिन्न उद्योगपतियों, व्यापारिक संगठनों और औद्योगिक सहयोग के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।
•मध्य प्रदेश की नीतियों, बुनियादी ढांचे, और निवेश के लिए अनुकूल वातावरण पर प्रस्तुतियां दी जाएंगी।

2.27-30 नवंबर (जर्मनी)

•27 नवंबर को मुख्यमंत्री जर्मनी पहुंचेंगे।
•जर्मनी के म्यूनिख और स्टटगार्ट शहरों में वे औद्योगिक क्षेत्र के विशेषज्ञों और कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से चर्चा करेंगे।
•ऑटोमोबाइल, इंजीनियरिंग, और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने पर फोकस रहेगा।

यह दौरा मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करने और निवेश आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

25 नवंबर को, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ब्रिटेन की ऐतिहासिक वेस्टमिंस्टर स्थित ब्रिटिश संसद का दौरा करेंगे। इसके साथ ही, वे किंग्स क्रॉस और पुनर्विकास स्थलों का निरीक्षण करेंगे। इस दौरे का उद्देश्य शहरी पुनर्विकास और विकास परियोजनाओं से सीख लेना है। शाम को, वे लंदन में प्रवासी भारतीयों के संगठन “फ्रेंड्स ऑफ मध्य प्रदेश” द्वारा आयोजित रात्रिभोज कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के विकास और प्रवासी भारतीयों की सहभागिता पर चर्चा करेंगे।

26 नवंबर को, मुख्यमंत्री लंदन में उद्योगपतियों और भारत के उच्चायुक्त विक्रम के. दोरईस्वामी के साथ बैठक करेंगे। वे “इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्य प्रदेश” विषय पर आयोजित एक इंटरएक्टिव सत्र में भाग लेंगे, जिसमें करीब 120 प्रतिभागी उपस्थित रहेंगे। इस सत्र का उद्देश्य प्रदेश में निवेश संभावनाओं को बढ़ावा देना और उद्योग जगत से सहयोग प्राप्त करना है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव 26 नवंबर को लंदन में राउंड टेबल मीटिंग्स के दौरान इलेक्ट्रिक व्हीकल, ऑटोमोबाइल, शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, और फूड प्रोसेसिंग जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निवेश संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। इस अवसर पर वे उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठकें भी करेंगे, जिसमें प्रदेश में इन सेक्टर्स में निवेश को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

27 नवंबर को, मुख्यमंत्री वारविक यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे। वे वारविक मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप के डीन, फैकल्टी सदस्यों और शोधार्थियों से संवाद करेंगे, जहां शिक्षा और शोध में संभावित सहयोग पर विचार किया जाएगा। वारविक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम के बाद, मुख्यमंत्री म्यूनिख के लिए रवाना होंगे, जहां वे निवेश और विकास परियोजनाओं को लेकर विभिन्न बैठकों में भाग लेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य मध्य प्रदेश को वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करना है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव 28 और 29 नवंबर को जर्मनी प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे म्यूनिख और स्टटगार्ट में विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

28 नवंबर को सुबह, मुख्यमंत्री बवेरिया राज्य सरकार के नेताओं और म्यूनिख में कौंसुल जनरल ऑफ इंडिया से मुलाकात करेंगे। इन बैठकों का उद्देश्य द्विपक्षीय सहयोग और निवेश अवसरों को बढ़ावा देना है। इसके बाद, वे एसएफसी एनर्जी का दौरा करेंगे, जो ऊर्जा प्रौद्योगिकी और स्थायी समाधान में विशेषज्ञता रखता है। शाम को, मुख्यमंत्री बेयरलोचर ग्रुप द्वारा आयोजित भोज में शामिल होंगे, जहां वे जर्मनी के उद्योग जगत के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे।

29 नवंबर को एक विशेष सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कौंसुल जनरल ऑफ इंडिया, सीआईआई, इन्वेस्ट इंडिया, और इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस सत्र में मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री फ्रेंड्स ऑफ एमपी के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक करेंगे, जिसमें प्रवासी भारतीयों की भागीदारी और योगदान पर जोर दिया जाएगा।

कार्यक्रम के समापन पर, वे कौंसुल जनरल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शामिल होंगे, जहां द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा होगी। यह यात्रा मध्य प्रदेश में वैश्विक निवेश आकर्षित करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। 29 नवंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जर्मनी के स्टटगार्ट शहर में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेंगे। सुबह, मुख्यमंत्री लेप्प ग्रुप की फैक्ट्री का दौरा करेंगे। यह दौरा आधुनिक प्रौद्योगिकी और उत्पादन प्रक्रियाओं का अवलोकन करने के साथ-साथ समूह के अधिकारियों के साथ निवेश और सहयोग पर चर्चा के लिए होगा।

इसके बाद, वे उद्योग प्रतिनिधियों के साथ एक राउंडटेबल मीटिंग करेंगे। इस बैठक में लगभग 20 उद्योग प्रतिनिधि भाग लेंगे। चर्चा का केंद्र मध्य प्रदेश में उद्योग और व्यापार के अवसरों को बढ़ावा देना होगा। दोपहर में, मुख्यमंत्री स्टटगार्ट के स्टेट म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री का भ्रमण करेंगे। इस दौरे का उद्देश्य संग्रहालय की कार्यप्रणाली और संरचनात्मक पहलुओं से सीख लेना है। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद, मुख्यमंत्री फ्रैंकफर्ट के लिए रवाना होंगे। फ्रैंकफर्ट से, वे भारत लौटने के लिए नई दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। यह यात्रा जर्मनी के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध स्थापित करने और मध्य प्रदेश को वैश्विक निवेश हब के रूप में प्रस्तुत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।