CM Mohan Yadav Big Statement on Pithampur Case : मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा करीब 40 साल बाद पीथमपुर में नष्ट किया जाएगा, जो राजधानी से लगभग 250 किलोमीटर दूर है। यह कचरा पीथमपुर पहुंचने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा हो गया है। विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं, और दो लोगों ने आत्महत्या करने की कोशिश भी की है। इस विवाद के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का बयान आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग वोट की राजनीति के लिए झूठी बातें फैला रहे हैं। उन्होंने पिछली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गैस त्रासदी के दौरान जिम्मेदार वही लोग आज जनता के बीच गलतफहमियां फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि जनता को ऐसे भ्रम से बचाने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे नई पीढ़ी में गलत धारणा बन सकती है, जो समाज के लिए ठीक नहीं है।
वन्यजीव जन जागरण और पर्यटन बढ़ाओ अभियान की शुरुआत मध्यप्रदेश सरकार की ओर से की जा रही है।
मैं कल मुरैना जिले के घड़ियाल अभयारण्य जा रहा हूँ, जहाँ वन विभाग द्वारा घड़ियाल संरक्षण का अद्भुत कार्य किया जा रहा है। pic.twitter.com/vJ0kFE1liB
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 3, 2025
मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि सरकार किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचाने की मंशा नहीं रखती। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पीथमपुर में कचरे के निष्पादन का निर्णय लिया गया है। यह प्रक्रिया पूरी तरह वैज्ञानिकों की देखरेख में की जाएगी, और सरकार नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देगी। अभी तक कचरे को केवल डंप किया गया है, उसे नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है।
मोहन यादव ने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकार के प्रयासों पर विश्वास करें। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी के जीवन को खतरा न हो।