हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पद ग्रहण करते ही राज्य की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने सभी सरकारी अस्पतालों में गंभीर किडनी रोगियों के लिए मुफ्त डायलिसिस की सेवा शुरू करने की घोषणा की है। यह कदम विशेष रूप से उन रोगियों के लिए फायदेमंद होगा, जिन्हें डायलिसिस की आवश्यकता होती है, लेकिन आर्थिक कठिनाइयों के कारण वे इसका खर्च नहीं उठा पाते हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि भविष्य में सभी मेडिकल कॉलेजों में भी मुफ्त डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
यह पहल स्वास्थ्य क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने के साथ-साथ किडनी रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी। नायब सिंह सैनी ने हाल ही में दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस अवसर पर, उन्होंने 13 विधायकों को मंत्री पद की शपथ भी दिलाई। उनकी पहली बार मुख्यमंत्री बनने की तिथि 12 मार्च 2024 थी।
इस बार भाजपा ने हरियाणा में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई है, जिसे एक ऐतिहासिक जीत माना जा रहा है। यह न केवल पार्टी के लिए बल्कि राज्य के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे विकास और जन कल्याण के लिए नए अवसर उत्पन्न होंगे। नायब सिंह सैनी की नेतृत्व क्षमता और उनकी नीतियों पर लोगों की नजरें टिकी हैं, और उनकी सरकार के कामकाज की उम्मीदें भी उच्च हैं।
नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में कुल 13 मंत्री शामिल हैं, जिनमें प्रमुख नाम हैं:
1. अनिल विज
2. कृष्ण लाल पंवार
3. राव नरबीर
4. महिपाल ढांडा
5. विपुल गोयल
6. अरविंद शर्मा
7. श्याम सिंह राणा
8. रणबीर गंगवा
9. कृष्ण बेदी
10. श्रुति चौधरी
11. आरती राव
12. राजेश नागर
13. गौरव गौतम
यह मंत्रिमंडल विभिन्न क्षेत्रों के अनुभव और विशेषज्ञता को एकत्रित करता है, जो राज्य के विकास और जनहित में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। नई टीम के साथ, सैनी की सरकार के सामने कई चुनौतियाँ और अवसर हैं, जिनका सामना उन्हें करना होगा। हरियाणा में भाजपा ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है। पिछले 10 वर्षों से सत्ता में काबिज भाजपा ने इस बार 48 सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटों पर जीत मिली है। इंडियन नेशनल लोकदल को केवल 3 सीटें मिली हैं।
नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में कई प्रमुख नेता उपस्थित थे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा शामिल थे। यह समारोह भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मील का पत्थर है, जो पार्टी की मजबूत स्थिति और समर्थन को दर्शाता है। इस जीत के साथ, भाजपा के नेता राज्य के विकास और कल्याण के लिए नई योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद कर रहे हैं।