भोपाल पुलिस कमिश्नर ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था में लगातार सामने आ रही लापरवाहियों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए दो थाना प्रभारियों को तुरंत हटाने का आदेश जारी किया है। टीला जमालपुरा के कार्यवाहक निरीक्षक दिनेश प्रताप सिंह और मिसरोद के निरीक्षक संदीप पवार को उनके पदों से हटा दिया गया।
मुख्यमंत्री का अचानक पुलिस मुख्यालय पहुँचना
सोमवार रात करीब 8:15 बजे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अचानक पुलिस मुख्यालय पहुँचे। उनकी इस अनियोजित यात्रा ने पूरे पुलिस प्रशासन को चौकन्ना कर दिया। मुख्यमंत्री ने तत्काल उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें मुख्य सचिव, DGP, ADG इंटेलिजेंस और भोपाल पुलिस कमिश्नर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
रायसेन मामले में देरी पर नाराज़गी
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने रायसेन में हुई घटना के बाद समय पर गिरफ्तारी न होने पर तीखी नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसे संवेदनशील मामलों में ढिलाई किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है। इसी कारण उन्होंने रायसेन के SP को तुरंत मुख्यालय अटैच करने के निर्देश दिए।
मंडीदीप में चक्का जाम पर कार्रवाई की कमी पर फटकार
मुख्यमंत्री ने मंडीदीप में हुए चक्का जाम के दौरान पुलिस की सुस्त प्रतिक्रिया पर भी असंतोष जताया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब स्थिति नियंत्रण से बाहर जा रही थी, तब समय रहते प्रभावी कदम क्यों नहीं उठाए गए।
भोपाल में बढ़ते अपराधों पर जवाब-तलब
राजधानी में हाल ही में बढ़ी आपराधिक वारदातों को लेकर मुख्यमंत्री ने गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से प्रत्येक घटना की विस्तृत जानकारी मांगी और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के स्पष्ट निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि बढ़ते अपराध किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
कड़े आदेश: गश्त बढ़े, अपराधियों पर सख्ती हो
मुख्यमंत्री ने बैठक में कई अहम निर्देश दिए—
- पुलिस रात में गश्त और पेट्रोलिंग बढ़ाए।
- अपराधियों पर तुरंत और कठोर कार्रवाई की जाए।
- पुलिस बल सड़कों पर सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।
- किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
ढिलाई पर जीरो टॉलरेंस
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि कानून-व्यवस्था से जुड़ी किसी भी चूक को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने और लापरवाह पाए जाने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया।