सीएम योगी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को उन्नाव में एक नई उपलब्धि की शुरुआत करेंगे। वे भारत के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित मल्टीडिसिप्लिनरी विश्वविद्यालय के यूपी कैंपस का उद्घाटन किये, जो “चंडीगढ़ विश्वविद्यालय” का हिस्सा है। यह विश्वविद्यालय लखनऊ-कानपुर हाईवे पर बना है। यह कदम युवाओं को तकनीकी, रोजगार देने वाली और अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा देने की दिशा में बड़ा माना जा रहा है। इससे छात्रों को बेहतर भविष्य के अवसर मिल सकेंगे।
अब एआई टेक्नोलॉजी से संचालित होंगे सभी कोर्स
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले छह वर्षों में प्रदेश में ऐसा माहौल बना है कि अब देश-विदेश के बड़े संस्थान उत्तर प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का यहां आना इसका उदाहरण है। यह यूनिवर्सिटी भारत की टॉप पांच यूनिवर्सिटी में शामिल है। यहां के सभी कोर्स एआई टेक्नोलॉजी से चलेंगे, जिससे छात्र भविष्य की ज़रूरतों के हिसाब से तैयार होंगे।
हर छात्र तक पहुंचे सरल, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य सभी छात्रों को आसान, सस्ती और अच्छी शिक्षा देना है। अब तक प्रदेश में करीब 20 निजी और 8 सरकारी विश्वविद्यालय बनाए जा चुके हैं। सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों से कहा है कि वे ऐसे कोर्स तैयार करें जो नौकरी से जुड़े हों, तकनीकी हों और अंतरराष्ट्रीय स्तर के हों। एआई आधारित शिक्षा से छात्रों की सोचने और नया करने की क्षमता बढ़ेगी, साथ ही स्टार्टअप जैसी नई पहल को भी बढ़ावा मिलेगा।
उत्तर प्रदेश बनेगा शिक्षा का नया हब
इस नई शुरुआत से अब उत्तर प्रदेश को सिर्फ पारंपरिक शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि तकनीकी, भविष्य की जरूरतों के अनुसार और अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा देने वाले राज्य के रूप में देखा जा रहा है। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का नया कैंपस इसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह पहल प्रदेश को देश के एक प्रमुख एजुकेशन हब बनाने की दिशा में मदद करेगी और छात्रों को बेहतर अवसर और आधुनिक शिक्षा का माहौल देगी।