महाकुंभ में महाशि‍वरात्र‍ि की तैयार‍ियों का लेकर सीएम योगी ने की बैठक, जोनल स्कीम लागू, ड्यूटी पर आईजी लेवल के अधिकारी

महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व, महाशिवरात्रि को लेकर प्रदेश सरकार ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस आयोजन पर नजर बनाए हुए हैं और सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित की जाए और किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, मेला क्षेत्र के बाहर शहर और राजमार्गों पर जाम की स्थिति न बनने पाए, इसके लिए विशेष प्रबंध किए जाएं।

महाशिवरात्रि के पावन स्नान पर्व को दिव्य और भव्य बनाने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार शिव मंदिरों की सफाई, सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। गंगा स्नान, शिवलिंग पर जलाभिषेक और विशेष पूजन-अर्चन के लिए प्रमुख मंदिरों में व्यवस्थाएं दुरुस्त की गई हैं। मंदिर परिसरों में बैरिकेडिंग, पुलिस बल की तैनाती और प्रशासनिक अधिकारियों की सतर्क निगरानी सुनिश्चित की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

मंदिर प्रबंधन से समन्वय कर सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाया गया है, ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से अपने धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कर सकें। महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पवित्र स्थलों पर पहुंचते हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए लेटे हुए हनुमान मंदिर, अक्षयवट और सरस्वती कूप सहित सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। दर्शन व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए मार्गदर्शन केंद्र और सहायता बूथ स्थापित किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और वे आसानी से अपने धार्मिक कार्य संपन्न कर सकें।

प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। स्नान घाटों और मंदिर परिसरों में साफ-सफाई की नियमित निगरानी की जा रही है, वहीं भीड़ प्रबंधन को सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस, होमगार्ड, एनडीआरएफ और प्रशासनिक दल पूरी तरह मुस्तैद रहेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि महाकुंभ 2025 के समापन पर्व को आध्यात्मिक, सुव्यवस्थित और स्मरणीय बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है कि श्रद्धालु सुगमता से दर्शन कर सकें और उनका अनुभव दिव्य व अविस्मरणीय बने।

महाशिवरात्रि स्नान पर्व के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए स्नान घाटों, पांटून पुलों और मंदिरों में मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी गई है। मंगलवार रात से ही इन अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। संगम तट के विभिन्न घाटों, अरैल के मुख्य स्नान घाट और झूंसी के एरावत स्नान घाट को जोन में विभाजित कर वहां जोनल अधिकारियों की तैनाती की गई है। कुल आठ आईएएस और 40 पीसीएस अधिकारियों को विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर ड्यूटी पर लगाया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो और महाशिवरात्रि का पर्व सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।