अनाथ बच्चों को कलेक्टर आशीष सिंह ने दी बस की सौगात, दिव्यांगों के लिए बनेगा नया भवन

इंदौर कलेक्टर ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया है। इन्होने अनाथ बच्चों के दर्द को समझते हुए राजकीय बाल संरक्षण आश्रम में रह रहे बच्चों के लिए बस की सौगात दी है। कलेक्टर आशीष सिंह को जब यह जानकारी लगी कि अनाथ बच्चों को आश्रम से स्कूल आने-जाने के लिए बच्चों को परेशान होना पड़त है तो कलेक्टर आशीष सिंह ने बच्चों को एक मुस्कान देने के लिए बस चलाने का निर्णय लिया। इसके बाद उन्होने बस को जल्द खरीद कर बच्चों को स्कूल आने-जाने की सौगात दी।

जल्द बस खरीदने के निर्देश
कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है। जिसके चलते  इन बच्चों के लिए एक नई विशेष बस की सुविधा जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर ने इसके लिए तत्काल बस क्रय करने के निर्देश दिए हैं।

दिव्यांग बच्चों को भवन की सुविधा
इसके साथ ही परदेशीपुरा स्थित समाज कल्याण परिसर में निवासरत बौद्धिक दिव्यांग और अनाथ बच्चों के लिए एक नया, बेहतर सुविधाओं से युक्त भवन बनाया जाएगा। भवन निर्माण के लिए आवश्यक प्रस्ताव तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा का विशेष ख्याल
कलेक्टर  सिंह ने ज़ोर देकर कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र के नशाग्रस्त बच्चों के पुनर्वास और नशामुक्ति के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसके लिए ज़रूरत पड़ी तो स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद भी ली जाएगी। बैठक में जिले की सभी बाल देखरेख संस्थाओं की गतिविधियों की समीक्षा की गई। सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और देखभाल की व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने कहा, “ये बच्चे हमारे समाज का भविष्य हैं। इन्हें मुख्यधारा से जोड़ना केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हमारा फर्ज है।” इंदौर में बच्चों की देखभाल और भविष्य संवारने की दिशा में यह कदम एक नई उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है।