कलेक्ट्रर कार्यालय के चक्कर काटने का दर्द कलेक्टर शिवम वर्मा ने किया महसूस, रीडर को किया संस्पेंड

सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तर के चक्कर लगाने का दर्द कुछ अधिकारी ही समझ सकते है। यह दर्द समझने की संवेदनशीलता दिखाई है हमारे कलेक्टर शिवम वर्मा ने, इन्होने जरूरतमंद को शासकीय योजना का लाभ समय पर नहीं पहुँचाने पर शासकीय कर्मचारी को कलेक्टर शिवम वर्मा ने  निलंबित कर दिया। इसके साथ ही कलेक्टर ने यह संदेश दे दिया कि लापरवाही बरतने पर अब कर्मचारियो को भी नहीं बख्शा जाएंगा।
जनसुनवाई में मिली थी शिकायत
जरूरतमंद को शासकीय योजना का लाभ समय पर नहीं पहुँचाने पर कलेक्टर शिवम वर्मा ने देपालपुर तहसील में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 महेन्द्र प्रतापसिंह भील को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि एक आवेदक गिरधारी कल जनसुनवाई में कलेक्टर शिवम वर्मा से मिले थे। गिरधारी ने बताया कि उनकी माताजी का एक दुर्घटना में अज्ञात वाहन से निधन हो गया है। मैंने देपालपुर तहसील में राज्य शासन की सोलेशियन फण्ड योजना के तहत आवेदन लगाया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

47 दिवस के विलंब से की कार्रवाई

कलेक्टर शिवम वर्मा ने मामले को गंभीरता से लिया, तुरंत ही जांच के निर्देश दिए। जांच प्रतिवेदन में बताया गया कि देपालपुर तहसील के कीरखेड़ा निवासी गिरधारी पिता सेवाराम बाणिया ने अपनी माताजी श्रीमती भागवंताबाई पति सेवाराम की 18 अप्रैल 2025 को अज्ञात वाहन दुर्घटना से मृत्यु होने पर सोलेशियन फण्ड से आर्थिक सहायता के लिए  देपालपुर के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय में आवेदन दिया था। सहायक ग्रेड-3 एवं प्रवाचक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देपालपुर महेन्द्र प्रतापसिंह भील द्वारा उक्त प्रकरण में 47 दिवस के विलंब से कार्यवाही करने एवं वरिष्ठ कार्यालय को 57 दिवस के विलंब से प्रकरण भेजा गया। इस गंभीर लापरवाही पर श्री महेन्द्र प्रतापसिंह भील को तत्काल प्रभार से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय कार्यालय तहसील हातोद जिला इन्दौर में नियत किया गया है।