कलेक्टर ने दिखाई सख्ती, जनसुनवाई में की लापरवाही तो डीईओ निलंबित

जनसुनवाई में लापरवाही अब कलेक्टर बर्दाश्त नहीं करेंगे ऐसा फरमान निकालते ही इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह  ने आज एक बड़ा कदम उठाते हुए  जिला शिक्षा अधिकारी सुषमा वैश्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश  जारी कर दिए। कारण—जनसुनवाई से गैरहाजिर रहना।

सोमवार को दिए थे निर्देश
अधिकारियों की बैठक में ही कलेक्टर ने साफ शब्दों में चेतावनी दी थी कि “जनसुनवाई के दौरान सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। हर एक आवेदक की बात गंभीरता से सुनी जाए और जल्द से जल्द समाधान सुनिश्चित किया जाए।” लेकिन इस निर्देश की अवहेलना महंगी पड़ गई।
हर एक आवेदन का होगा फॉलोअप
जनसुनवाई में 250 से अधिक आवेदन सामने आए। जमीन-जायदाद के झगड़े, पारिवारिक कलह, संपत्ति विवाद जैसे मुद्दों की भरमार रही। लेकिन कलेक्टर सिंह ने मोर्चा संभालते हुए कई मामलों का  मौके पर ही समाधान कर दिया। जिन समस्याओं को तत्काल नहीं सुलझाया जा सका, उन्हें सीएम हेल्पलाइन में दर्ज कर, तय समय में समाधान के निर्देश दिए गए। जनसुनवाई में सिर्फ शिकायतें नहीं सुनी गईं, बल्कि जरूरतमंदों को इलाज, शिक्षा और रोजगार की सहायता भी मुहैया करवाई गई। कलेक्टर ने यह भी सुनिश्चित किया कि हर एक आवेदन का फॉलोअप होगा—कोई भी नागरिक बार-बार दरवाज़ा न खटखटाए। कलेक्टर आशीष सिंह का यह कदम न केवल प्रशासन में अनुशासन लाने का प्रयास है साथ ही यह भी दर्शाता है कि जनता का दर्द क्या होता है? जिस पर तुरंत मदद करना आवश्यक है।