स्वतंत्र समय, इंदौर
इन दिनों इंदौर में जमीनी कारोबारियों के बीच ‘भू-माफियाओं की डायरी’ चर्चा का विषय बनी हुई है। डायरी पर धंधा करने वाले कॉलोनाइजर ( Colonizers ), अब शहर के हिस्ट्रीशीटर गुंडे, बदमाश और सटोरियों की शरण में चले गए हैं। पुलिस इन सबका रिकार्ड बना रही है। पिछले कुछ सालों से शहर के हिस्ट्रीशीटर अपराधी, जमीनों के कारोबार में तेजी से लग गए हैं। इन अपराधियों को अच्छी तरह से पता है कि कॉलोनाइजर अपने बचाव के लिए इनकी ही शरण में रहेंगे।
Colonizers के ऑफिसों में गुंडों के गुर्गे बैठने लगे हैं
डायरी का धंधा करने वाले कॉलोनाइजरों ( Colonizers ) के ऑफिस में गुंडों के गुर्गे बैठने लग गए हैं। जो डायरी की शिकायतें हो रही हैं, उनको अपराधियों के गुर्गे, फोन करके धमका रहे हैं। ‘अपराधियों की कोई जात नहीं होती’, यह बात पुरानी है, लेकिन अभी वास्तव में जमीनों के मामलों में यह बात चरितार्थ हो रही है। मां अहिल्या की नगरी में डायरी जैसा अन्याय होने के बावजूद, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी, पीडि़तों की हत्या होने का इंतजार कर रहे हैं। सुना है कि, 40-60 के रेशियो के हिसाब से कुछ कालोनाइजरों ने अपराधियों को काम निपटाने का ठेका दे दिया है। इस अघोषित अनुबंध के तहत अपराधी इस तरह से ठेका ले रहे हैं कि जो पैसा डायरी वालों ने जमा किया है, उसको उतने पैसे का 60 फीसदी पैसा वापस करके, 40 फीसदी पैसा अपराधी लेंगे। हिस्ट्रीशीटर गैंग इस काम को अंजाम दे रही है। पुलिस को भी खबर चल गई है। खुफिया विभाग की टीम अपना दामन बचाने के लिए इनका रिकॉर्ड बना रही है। पुलिस, कालोनाइजरों और अपराधियों के गठजोड़ की सूची भी बना रही है। कौन-कौन अपराधी, किस-किस जमीन वालों के साथ अघोषित पार्टनर बने हुए हैं, उसका रिकार्ड भी नए सिरे से बन रहा है।
इंदौर में शुरू होगी खूनी जंग
जिस तरह से डायरी वाले कालोनाइजर, गुुंडों का संरक्षण लेकर पीडि़तों को निपटाने की बात कर रहे हैं, उसको देखकर लग रहा है कि इंदौर में जमीन को लेकर हत्याओं का दौर शुरू होगा। खूनी जंग इंदौर में किसी भी वक्त शुरू हो सकती है। जब भी इंदौर को कलंक लगा है तो उसमें हिस्ट्रीशीटर अपाराधियों का बड़ा हाथ रहा है। वैसे भी, पुलिस का खौफ अब अपराधियों पर समाप्त हो चुका है, इसी कारण जमीन के धंधे में हिसाब के झगड़े आए दिन होते रहते हैं। अब तो अपराधी, कालोनाइजरों के कहने पर किसानों को भी धमकी दे रहे हैं। शहर के कई कालोनाइजर, अपराधियों के साथ मुंबई और दुबई की यात्रा भी लगातार कर रहे हैं। इंदौर के लालची प्रॉपर्टी व्यापारियों के साथ दिक्कत यह है कि वो भी जल्द पैसा कमाने के चक्कर में, अपराधियों को अघोषित पार्टनर बना रहे हैं। इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के विधायक विधानसभा में भी सवाल पूछने वाले हैं। जिस तेजी के साथ भाजपा नेताओं के आयोजनों में अपराधियों के फोटो बैनर, पोस्टर और विज्ञापन में दिख रहे हैं, यह भी चौंकाने वाली बात लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। इंदौर में धन कमाने के स्वार्थ ने लोगों को अब अंधा बना दिया है। किसी ने इस पूरे मामले को लेकर बहुत अच्छा कहा है कि ‘जमीन के धंधे ने इंदौर के लोगों कमीन बना दिया’।