तत्काल farmers को मुआवजा राशि दी जाए: विधायक सप्रे

स्वतंत्र समय, बीना

बीना विधायक निर्मला सप्रे सोमवार को किसानों के साथ खुरई तहसील पहुंचकर किसानों (farmers )के हुए नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा है ज्ञापन में गौरतलब है कि बीना विधानसभा क्षेत्र में पिछले दिनों तेज आंधी, तूफान और हवा से किसानों को हुए नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग को लेकर बीना विधायक ने खुरई पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।

नुकसान से farmers पूरी तरीके से टूट गया है

बीना विधायक निर्मला सप्रे ने बताया कि 01 मार्च की शाम को बीना विधानसभा क्षेत्र में चली तेज आंधी, तूफान और हवा से क्षेत्र के किसानों (farmers ) को भारी नुकसान हुआ है। आंधी, तूफान से खेत में कटाई के बाद रखी मसूर, चने, बटरी और तेबरा की फसल पूरी की पूरी उड़ गई है। साथ ही खेत में खड़ी गेहूं की फसल तेज हवाओं से पूरी तरह आड़ी हो गई है। वहीं कुछ किसानों के कच्चे घर भी गिरे हैं। इस आपदा से प्रभावित किसानों को 80 से 100 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। क्षेत्र के किसानों की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है और किसान पूरी तरीके से टूट गया है। बीना विधायक निर्मला सप्रे किसानों के साथ खुरई पहुंची और हाथों में खराब फसल लेकर एसडीएम कार्यालय आई। जहां मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन एसडीएम की अनुपस्थिति में कर्मचारी को सौंपा गया है।

खुरई तहसील में 23 ग्राम पंचायत आती हैं

दरअसल बीना विधानसभा की करीब 23 ग्राम पंचायत खुरई तहसील में आती हैं। इस कारण से वहां हुए नुकसान को लेकर बीना विधायक निर्मला सप्रे ने खुरई आकर ज्ञापन सौंपा है। इन्होंने ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से हरविंदर सिंह चावला, अनरत सिंह ठाकुर, प्रतिपाल सिंह राजपूत, मनोज जैन, नेमी यादव, सतीश पटेल, लाखन सिंह, रोहित, विजय सोलंकी, राजेंद्र सिंह, मनोज भारद्वाज, रामकिशन, महेंद्र सिंह, अजीज, परशुराम, गोवर्धन, बालकिशन, गुल्लू, रामस्वरूप चौबे सहित बड़ी संख्या में अन्य किसान मौजूद रहे।

तत्काल किसानों को मुआवजा राशि दी जाए

विधायक निर्मला सप्रे ने कहा कि आंधी तूफान के कारण फसलों का नुकसान हुआ है। इस आपदा से प्रभावित किसानों (farmers ) को तत्काल 50 प्रतिशत नुकसान पर 10 हजार रूपए प्रति एकड़ और 90 प्रतिशत नुकसान वाले किसानों को 20 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा राशि दी जाए। साथ ही प्रत्येक किसान को 10 किलो प्रति व्यक्ति के हिसाब से खाद्यान्न की पर्ची भी दी जाए। किसानों का बैंकों से लिया ऋण माफ किया जाए, इसके साथ ही किसानों को बिजली बिल भी माफ किया जाए। क्योंकि इससे पहले भी किसानों की फसलें जो कि तुषार में प्रभावित हुई थीं जिससे उनको बहुत नुकसान हुआ था लेकिन अभी तक उनको मुआवजा नहीं दिया गया है। किसान पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिन के अंदर यदि प्रभावित किसानों के नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा राशि नहीं दी गई तो सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता और बीना विधानसभा के किसान आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।