नई दिल्ली- सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर दिग्विजय (digvijay) सिंह के बयान से मचे बवाल के बाद कांग्रेस ने अपने नेताओं को मुंह बंद रखने की नसीहत दी है। पार्टी नेतृत्व ने बड़बोले नेताओं को पार्टी लाइन से अलग न बोलने की ताकीद की है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने हिंदुत्व, धर्म, राष्ट्रवाद और सेना जैसे मुद्दों पर पार्टी की राय से अलग बोलने वाले नेताओं को चेतावनी भी दी है।
दिग्विजय (digvijay) सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगा, तो सियासी हलकों में बीजेपी के हमले से खलबली मच गई। आनन-फानन में खुद राहुल गांधी को सामने आकर दिग्विजय(digvijay) के बयान को खारिज करना पड़ा। अब आगे ऐसा न हो इसलिए पार्टी ने बयानवीर नेताओं को कुछ खास मुद्दों पर पार्टी लाइन से अलग न बोलने के लिए ताकीद किया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने इन नेताओं को हिंदुत्व, धर्म, सेना, राष्ट्रवाद, पाकिस्तान, राम मंदिर, मथुरा जैसे मामलों में पार्टी की राय का इंतजार करने और उसके आने के बाद ही बोलने को कहा है।
कांग्रेस ये जानती है कि आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कई मुद्दे और विवाद आने वाले हैं. सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह(digvijay), संजय निरुपम, प्रमोद कृष्णम, मणिशंकर अय्यर, शशि थरूर जैसे नेता अक्सर अपने बयानों से पार्टी की फजीहत करवाते हैं. ये नेता पार्टी लाइन का इंतजार किए बिना ही मीडिया में बयान दे देते हैं.इस बार पार्टी ने ऐसे नेताओं से स्पष्ट कह दिया है कि पार्टी के मीडिया विभाग द्वारा किसी भी मुद्दे पर राय को अंतिम रूप दे दिए जाने के बाद ही उसे बोलें न कि अपनी सोच। वैसे तो ऐसी नसीहत कई बार दी जा चुकी है, लेकिन कई नेता इसे मानते नहीं। पार्टी इस बार सख्त रुख अपनाने के मूड में है।