स्वतंत्र समय, इंदौर
आगामी दिनों में देश की चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मप्र कांग्रेस ( Congress ) कमेटी ने चार युवा नेताओं को इन राज्यों में पार्टी के चुनाव प्रचार के लिए भेजा जा रहा है। राजनीति में कब क्या हो जाए और किसको कौन सा पद मिल जाए ये कुछ नहीं कह सकते है। जैसे जैसे समय बदलता बदलता है वैसे – वैसे चेहरे भी बदल जाते है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दूसरे राज्यों के लिए जो नाम पार्टी हाईकमान को भेजे है उनमें से एक भी सीनियर नेता नहीं है। इससे स्पष्ट हो गया है की पार्टी में अब नए और युवाओं को ज्यादा तबज्जों दी जाएगी।
विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ( Congress ) ने झोंकी ताकत
जानकारी के मुताबिक आगामी दिनों में जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ( Congress ) दमदारी के साथ अपनी पूरी ताकत झोंकने में जुट गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से एक बड़ी जानकारी निकल आ रही है की पार्टी हाईकमान ने तय कर लिया है की दूसरे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश के नेताओं भेजा जाएगा। खास बात यह है कि कांग्रेस पार्टी इन चुनावो में मध्य प्रदेश के युवा नेताओं, पूर्व विधायकों को बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है।
इन चेहरों को सौंपी जाएंगी जिम्मेदारियां
जानकारी के मुताबिक कालीपीपल विधानसभा क्षेत्र के विधायक कुणाल चौधरी को महाराष्ट्र विदर्भ की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं पूर्व विधायक पीसी शर्मा को भी महाराष्ट्र की जिम्मेदारी की दी गई है। पूर्व विधायक विपिन वानखेड़े को महाराष्ट्र भेजा गया है। जबकि युवा और आदिवासी नेता डॉ. विक्रांत भूरिया को झारखंड की जिम्मेदारी सौंप गई है। वहीं युवा नेता और प्रदेश प्रवक्ता अब्बास हाफिज को जम्मू कश्मीर में जिम्मेदारी सौंप गई है। जबकि चित्रकूट के पूर्व विधायक नीलांशु चतुवेर्दी को हरियाणा भेजा गया है।
ऐसे बदला समय …
मध्य प्रदेश में एक समय था जब यहां के बड़े दिग्गज नेताओं को दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी दी जाती थी, लेकिन कुछ समय से प्रदेश के युवा नेतृत्व पर विश्वास किया जा रहा है। एआईसीसी इससे पहले सीनियर नेता कमलनाथ से प्रदेश की कमान लेकर युवा नेता जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। वहीं अब दूसरे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी बड़े नेताओं की जगह युवा और अपनी अलग पहचान रखने वाले नेताओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। युवा नेताओं को दूसरे राज्यों में प्रचार प्रसार के लिए भेजा जा रहा है।