रंग पंचमी के रंगीन उत्सव के बीच मध्य प्रदेश में राजनीति ने एक नया मोड़ ले लिया। भोपाल में कांग्रेस ने रंग पंचमी का नाम बदलकर ‘कर्ज पंचमी’ रख दिया और प्रदेश सरकार पर कर्ज के बोझ को लेकर हमला किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने हाथों में तख्तियां पकड़कर लोगों को सरकार द्वारा लिए जा रहे कर्ज की जानकारी दी।
कांग्रेस के नेता मनोज शुक्ला ने अपने समर्थकों के साथ ‘कर्ज पंचमी’ मनाते हुए कहा कि राज्य सरकार लगातार कर्ज ले रही है, जिससे मध्य प्रदेश की जनता आर्थिक संकट में डूब रही है। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार पहले से ही 4,34,000 करोड़ रुपये के कर्ज तले दब चुकी है, और अब 6,000 करोड़ रुपये का नया कर्ज लिया जाएगा, जिससे सरकार का कर्ज 59,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। कांग्रेस ने यह भी कहा कि डॉ. मोहन यादव की सरकार ने अकेले 53,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है।
बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस के इस कदम पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रंग पंचमी का त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस ने इसे एक बार फिर राजनीतिक साधन बना लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा धार्मिक पर्वों को बदनाम करने की कोशिश करती रही है। सिसोदिया ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में विकास हो रहा है और जनता जानती है कि असल में विकास कौन कर रहा है। कांग्रेस अब अपने अस्तित्व के लिए धार्मिक त्योहारों का भी राजनीतिकरण कर रही है।
कांग्रेस के नेता मनोज शुक्ला ने इस अनोखी पहल के जरिए सरकार को घेरते हुए यह संदेश देने की कोशिश की कि राज्य के कर्ज के बढ़ते बोझ से आम लोगों की स्थिति कठिन हो रही है। ‘कर्ज पंचमी’ के इस प्रदर्शन के माध्यम से कांग्रेस ने यह संकेत देने का प्रयास किया कि सरकार को अपने वित्तीय प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए और जनता के हित में फैसले लेने चाहिए।