स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के बीच ‘विरासत टैक्स’ पर कांग्रेस ( Congress ) और भाजपा आमने-सामने आ गई। इस बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का भी इस पर एक बयान बुधवार को सामने आया। उन्होंने कहा कि भारत में विरासत टैक्स लगाने पर बहस होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। अगर किसी के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है। उसके मरने के बाद 45 प्रतिशत संपत्ति उसके बच्चों को मिलती है, जबकि 55 फीसदी पर सरकार का मालिकाना हक हो जाता है।
भाजपा के कई नेताओं ने Congress पर हमला बोला
कांग्रेस (Congress) के बाद पीएम मोदी, अमित शाह सहित भाजपा के कई नेताओं ने अपनी-अपनी रैलियों में कांग्रेस पर हमला बोला। उधर, कांग्रेस ने सैम के बयान से किनारा कर लिया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह उनके निजी विचार हैं। इसका पार्टी से कोई मतलब नहीं है। राहुल गांधी ने बुधवार सुबह नई दिल्ली में एक पार्टी इवेंट में कहा कि ‘मैं कह रहा हूं हिंदुस्तान में आज 90 फीसदी लोगों के साथ न्याय हो रहा है। आजतक मैंने यह भी नहीं कहा कि हम कोई एक्शन लेंगे। मैंने बस ये कहा कि पता लगाते हैं कि कितना न्याय हो रहा है। इस पर तो कोई ऐतराज नहीं होना चाहिए।
शाह बोले- Congress की मंशा सामने आई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- सैम पित्रोदा के बयान के बाद कांग्रेस ( Congress) की असली मंशा सामने आ गई है। सबसे पहले, कांग्रेस के मेनिफेस्टो में सर्वे का जिक्र, मनमोहन सिंह का पुराना बयान जिसमें उन्होंने बताया था कि इस देश की संपदा पर माइनॉरिटी का पहला हक है और अब सैम पित्रोदा का बयान जिसमें उन्होंने कहा है कि अमेरिका की तरह संपत्ति का बंटवारा होना चाहिए। जब पीएम ने इस मुद्दे को उठाया था, तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर आ गई थी, कि ऐसी मंशा नहीं थी।