देश में ईवीएम से चुनाव पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस का एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जब मप्र युवा कांग्रेस के संगठन चुनाव में मतदाता सूची में गड़बड़ी की आशंका जताई गई है। बताया जा रहा है कि युवा कांग्रेस में करीब एक लाख मतदाताओं के वोट निरस्त किए जा सकते है। क्योंकि उन्होंने अपने नाम के साथ मतदाता परिचय पत्र की जगह पैन कार्ड या दूसरे दस्तावेज अपलोड किए हैं। मध्यप्रदेश के अलावा भी अन्य राज्यों में अधिक सदस्य बनाकर वोट बढ़ाने का गणित फैल हो चुका है। राजस्थान, तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों में भी फर्जी सदस्य बनाने की आशंका के चलते कई सदस्यों की सदस्यता निरस्त की जा चुकी है।
बनाए थे 9.5 लाख नए सदस्य
मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस संगठन ने चुनाव के पहले अब तक 9.5 लाख नए सदस्य बनाए थे। लेकिन सत्यापन में करीब एक लाख निरस्त हो सकते हैं। इसका कारण यह है कि कई सदस्य अपने नाम के साथ मतदाता परिचय पत्र (वोटर आईडी) की जगह पैन कार्ड या दूसरे दस्तावेज अपलोड कर रहे हैं।
नहीं किया लाइव फोटो अपलोड़
लाइव फोटो की जगह सदस्यों ने दूसरा फोटो अपलोड किया है। कांग्रेस यह भी मान रही है कि प्रत्याशी के समर्थन में अधिक मतदान के लिए गलत तरीके से सदस्यों की संख्या बढ़ाई गई है। सदस्यता लेने की आखिरी तारीख 19 जुलाई है। इसके लिए 35 वर्ष की अधिकतम आयु सीमा निर्धारित है। सदस्यता और मतदान की प्रक्रिया यूथ कांग्रेस इलेक्शन एप से की जा रही है।
एआई से सदस्यता का सत्यापन
युवा कांग्रेस में नए सदस्यों की जांच 19 जुलाई के बाद शुरू होगी। जिसमें सदस्यों का सत्यापन कर परिणाम जारी किए जाएंगे। इसके पहले दूसरे राज्यों में हुए चुनावों में भी मतदाता सूची में गड़बड़ियां मिलने से वोट निरस्त किए गए हैं। तमिलनाडु में पांच लाख से अधिक मतदाताओं ने वोट दिया था। इनमें लगभग आधे मत निरस्त हो गए थे। राजस्थान के चुनाव में भी ऐसी स्थिति बनी थी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से सदस्यता का सत्यापन किया जा रहा है, जिससे फर्जी सदस्य नहीं बन पाएं। इसमें देखा जा रहा है एक ही मोबाइल नंबर एक से अधिक जगह तो उपयोग नहीं हुआ। एप के माध्यम से लाइव फोटो अपलोड करने की जगह दूसरा फोटो तो नहीं लगाया गया है।