चुनाव आयोग पर नहीं हैं कांग्रेस को भरोसा, मतदाता सूची का सत्यापन करने उतरेंगे 65 हजार बुथ एंजेंट

कांग्रेस को मध्यप्रदेश की मतदाता सूचियों में भी खामियों की आशंका है। इसको तलाशने के लिए पार्टी प्रदेश के हर बूथ स्तर पर सत्यापन कराएगी। चुनाव आयोग के द्वारा बिहार चुनाव से पहले हजारों मतदाताओं के नाम हटाने पर आपत्ति दर्ज कराने के बाद मध्यप्रदेश की मतदाता सूची में जिन लोगों के नाम हटाए गए है उनके घर-घर जा कर जांच करने के आदेश कांग्रेस के आलाकमान ने दिए है।

2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के बाद जो परिवर्तन हुआ था, उसकी जांच होगी। दोनों चुनाव के समय की मतदाता सूची लेकर बूथ लेवल एजेंट मतदान केंद्रों पर जाएंगे। यहां चिन्हित मतदाताओं के घर जाएंगे और यह पता करेंगे कि जो परिवर्तन हुए थे, वे सही थे या नहीं।

मतदाता सूची से हटाए गए है कई नाम
विगत दिनों हुई विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश की मतदाता सूची में से कई नामों को हटाया गया है। इसके साथ ही मतदाता सूची में कई नाम जोड़े भी गए है। जिसको लेकर कांग्रेस हमेशा संदेश में ही रहती है लेकिन अब कांग्रेस ने जागते हुए इसे मुद्दा बनाने का प्रयास शूरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी राहुल गांधी के निर्देश पर पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश इकाई से मतदाता सूची का सत्यापन कराने को कहा है। प्रदेश के पदाधिकारियों के अनुसार, 65 हजार कार्यकर्ताओं को लगाकर सभी बूथों पर सत्यापन कराया जाएगा। इसकी रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी। खामियां मिलने पर मुद्दे को उठाते हुए चुनाव आयोग में आपत्ति दर्ज कराई जाएगी।

बुथ एंजेट रिपोर्ट तैयार करके पार्टी मुख्यालय भेजेगे
कांग्रेस के प्रदेश संगठन महामंत्री संजय कामले का कहना है कि मध्य प्रदेश में मतदाता सूची की जांच कराने का निर्णय लिया है। इसी माह 230 विधानसभा के प्रभारी नियुक्त कर दिए जाएंगे। पार्टी के 65 हजार बूथ लेवल एजेंट स्थिति देखेंगे। सूची से जिनके नाम हटाए, जोड़े या संशोधित किए गए, सबको देखा जाएगा। रिपोर्ट बनाकर पार्टी मुख्यालय भेजेंगे और चुनाव आयोग में भी जाएंगे।