स्वतंत्र समय, इंदौर
शहर कांग्रेस ( Congress ) अध्यक्ष सुरजीतसिंह चड्डा ने कैलाश विजयवर्गीय का जिस तरह से आवभगत कर उनका स्वागत किया था वह कांग्रेस संगठन को पंसद नहीं आया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष के बारे में कांग्रेस संगठन ने साफ कहा की अध्यक्ष की यह गलती माफी लायक नहीं है। पिछले माह कांग्रेस मुख्यालय गांधी भवन में पौधारोपण के लिए न्यौता देने आए प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को चाय नाश्ता कराने के मामले को संगठन ने अनुशासनहीनता करार देते हुए पार्टी की शहर और जिला इकाई के अध्यक्षों सुरजीत सिंह चडड़ा और सदाशिव यादव को निलंबित कर दिया है।
कैलाश विजयवर्गीय की Congress नेताओं को जमकर आवभगत करते देखा
इंदौर के कांग्रेस ( Congress ) कार्यालय में प्रदेश के काबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में एक पेड़ मां के नाम से आयोजित पौधारोपण अभियान में शामिल होने का न्योता देने 12 जुलाई को स्थानीय कांग्रेस कार्यालय गए थे और कांग्रेस नेताओं को उनकी जमकर आवभगत करते देखा गया था। इस दौरान चाय- नाश्ते के वक्त कांग्रेस नेताओं ने विजयवर्गीय के साथ खूब ठहाके भी लगाए थे। कांग्रेस की शहर इकाई के अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा और जिला इकाई के अध्यक्ष सदाशिव यादव को पार्टी संगठन की ओर से जारी नोटिस में कहा गया, एक ऐसा व्यक्ति जिसने मां अहिल्या की नगरी में लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की और इंदौर की जनता से उसके मत का अधिकार छीनने का कृत्य करके देश-विदेश में शहर को शर्मसार किया, ऐसे व्यक्ति का स्वागत सत्कार इंदौर की जिला कांग्रेस समिति के कार्यालय गांधी भवन में करना अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को संगठन ने दोनों अध्यक्षों को शोकाज नोटिस देकर सस्पेंड कर दिया था। सामने आए इस नोटिस पर 20 जुलाई की तारीख दर्ज है। प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने चड्डा और यादव को यह नोटिस जारी किए है। उन्होंने बताया, कांग्रेस संगठन को दोनों नेताओं से नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं मिला और अब भी अपने पद से निलंबित हैं। सात दिनों में नोटिस का जवाब देना है।
नायक ने विजयवर्गीय पर भी लगाया आरोप
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि नोटिस में चड्डा और यादव से सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण तलब किया गया और कहा गया कि वे इस अवधि में उनके पद से निलंबित रहेंगे। नायक ने विजयवर्गीय पर आरोप लगाया कि उन्होंने इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के पोषित प्रत्याशी अक्षय कांति बम को अपनी गाड़ी में बैठाकर उनसे ऐन मौके पर पर्चा वापस लिया। उन्होंने कहा कि चड्डा और यादव ने कांग्रेस के इंदौर में विजय का स्रत करके उनके साथ अनावश्यक सौजन्यता बरती जो दर असल पार्टी के साथ बेईमानी है। इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी प्रोषित इसके तुरंत बाद भाजपा में जाने का झटका देते हुए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख सीट के 72 साल के इतिहास में कांग्रेस पहली बार सांसद और भाजपा उम्मीदवार शंकर ने अपने नजदीकी प्रति बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी संजय मोलंकी को पिछले लोकसभा चुनाव में देश भर की 543 सीट में जीत का सबसे बड़ा अंतर है। 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया था और वह से चुनाव से बाहर हो गई थी। इस घटनाक्रम के बाद निवर्तमान 11.75 लाख वोट के रिकॉर्ड अंतर से हराया था।