स्वतंत्र समय, सतना
पूर्व नेता प्रतिपक्ष और चुरहट से कांग्रेस ( Congress ) विधायक अजय सिंह ने कहा कि आज देश में हर वर्ग तानाशाही से प्रताडि़त है। भाजपा सरकार देश के संविधान व समृद्ध लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है। कांग्रेस पार्टी भाजपा के इन मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने देगी। भाजपा की निरंकुश सरकार से संविधान को खतरा है। वे आज चुरहट क्षेत्र के ग्राम पोस्ता, चकडौर और खड्डी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
Congress की पांच न्याय को देने की घोषणा
अजयसिंह ने कहा कि कांग्रेस ( Congress ) पार्टी ने सभी के कल्याण के लिए पांच न्याय को देने की घोषणा की है। इसमें युवा न्याय, भागीदारी न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय एवं श्रमिक न्याय शामिल है। केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के बाद नौजवानो, किसानों एवं आमजन की खुशहाली के कार्य किए जाएंगे। उन्होंने देश के महान नेताओं के संघर्ष और बलिदान को याद करते हुए कहा कि उनकी बदौलत भारत में लोकतंत्र की स्थापना हुई और संविधान बना। केंद्र में भाजपा की निरंकुश सरकार इन्हें खत्म करना चाहती है और संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता समाप्त कर दी गई। सीधी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश्वर पटेल ने कहा कि इलेक्टोरल बांड इस देश का नही बल्कि विश्व का सबसे बड़ा घोटाला है। इलेक्टोरल बांड के नाम पर भाजपा सरकार हफ्ता वसूली कर रही थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट को अंकुश लगाना पड़ा।
ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का सहारा लेकर बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। भाजपा की केंद्र सरकार सत्ता का दुरूपयोग कर विपक्षी दल के नेताओं, मुख्यमंत्रियों को जेल में भेज रही है। पटेल ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता के सामने कहा था कि कहा था कि स्विस बैंक की सूची लाऊंगा जिसमें करोड़ों अरबों का काला धन रखा हुआ है7 मैं काला धन उजागर करूंगा लेकिन स्टेट बैंक की सूची आ गई जिसमें काला धन भाजपा के खातों में दिखा।
6700 करोड़ रूपये इलेक्टोरल बॉण्ड से भाजपा ने बॉण्ड योजना के तहत अपने खातों में डलवायें और काला धन जो अलग से लिया इससे 100 गुना अधिक होगा। भाजपा में जो खरीद फरोख्त हो रही है वह इसी काले धन से हो रही है।
इस अवसर पर सेक्टर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजय सिंह ने कहा कि वे कांग्रेस के प्रत्याशी कमलेश्वर पटेल भारी बहुमत से जिताकर लोकसभा में भेजने के लिए अपनी पूरी ताकत से चुनाव प्रचार में जुट जाएँ।