स्वतंत्र समय, भोपाल
ठेकेदार मनजीत सिंह ने भवन का भुगतान न होने पर जबलपुर हाईकोर्ट (High Court) में इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। दरअसल बनखेड़ी कॉलेज के घटिया निर्माण की जांच के लिए भोपाल से पहुंची चीफ इंजीनियर टीम ने बनखेड़ी कालेज भवन का दौरा करने के बाद ठेकेदार का भुगतान रोक दिया था।
ठेकेदार ने High Court से की इच्छा मृत्यु की मांग
इच्छामृत्यु की अनुमति के लिए शिवा कंस्ट्रक्शन के लेटर हेड पर हाईकोर्ट ( High Court) में आवेदन दिया है। ठेकेदार ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा भवन का लोकार्पण किया गया है, उसके बाद भी मेरा भुगतान नहीं किया गया। लेकिन विभाग का मानना है कि कॉलेज भवन की गुणवत्ता ठीक नहीं है इसलिए भुगतान रोका गया है। जांच करने के लिए भोपाल से चीफ इंजीनियर एसएल सूर्यवंशी, मुख्य अभियंता प्रशासन बीपी बोरासी, नर्मदापुरम के पीआईयू मयंक शुक्ला सहित स्थानीय अधिकारी पहुंचे। इच्छा मृत्यु के आवेदन पर ठेकेदार मनजीत सिंह ने पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यपालन यंत्री मयंक शुक्ला, एसडीओ असरफ खान, बाबू आदिल अनवर पर आरोप पर प्रताडऩा का आरोप लगाया है। ठेकेदार का कहना है कि भुगतान न होने से उसके दोनों मकान नीलाम होने की कगार पर है। इस कॉलेज भवन का निर्माण करीब 8 से 10 करोड़ में किया गया है।
कॉलेज के भवन निर्माण का मामला
बनखेड़ी के कॉलेज भवन निर्माण को लेकर पीआईयू ने कई बार ठेकेदार की लेटलतीफी और घटिया निर्माण के कारण टर्मिनेट किया। जांच टीम पिलर भवन में जगह-जगह क्रेक और हल्के गुणवत्ता के फर्श मे टाइल्स का उपयोग किया है। नर्मदापुरम के पीआईयू मयंक शुक्ला ने बताया कि भुगतान गुणवत्ता की जांच पूर्ण के बाद ही किया जा सकता है। जो कार्य हुआ है वो निर्धारित मापदंड पर खरा नहीं है। उसकी जांच उच्च स्तर पर की जा रही है।