ट्रंप सरकार की भारत पर एडवाइजरी से विवाद, दोहरे मापदंड का आरोप

ट्रंप सरकार : ट्रंप सरकार का भारत को लेकर दोहरा रवैया सामने आया है। एक तरफ अमेरिका भारत को भरोसेमंद साथी बताता है, दूसरी तरफ उसने अपने नागरिकों के लिए भारत को लेकर चौंकाने वाली ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इसमें भारत को लेवल-2 श्रेणी में रखते हुए कहा गया है कि यहां अपराध, आतंकवाद और दुष्कर्म का खतरा ज्यादा है। महिलाओं को अकेले यात्रा न करने की सलाह दी गई है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कुछ इलाकों को ज्यादा जोखिम वाला बताया है और पर्यटक स्थलों पर सतर्क रहने को कहा है। इस एडवाइजरी पर मेघालय के उपमुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई है।

अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे भारत में पर्यटन स्थलों, बाजारों और सरकारी इमारतों से दूर रहें, खासकर जम्मू-कश्मीर जैसे इलाकों में, जहां हिंसा और अशांति संभव है।

पूर्वोत्तर को लेकर अमेरिका की एडवाइजरी में क्या है?

अमेरिका की एडवाइजरी में कहा गया है कि भारत के कुछ हिस्सों में माओवादी या नक्सलवादी सक्रिय हैं, जो पूर्वी महाराष्ट्र, उत्तरी तेलंगाना से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैले हैं। इनमें बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मेघालय और ओडिशा भी शामिल हैं। भारत में सैटेलाइट फोन और जीपीएस डिवाइस रखना गैरकानूनी है, इसके लिए जुर्माना या जेल हो सकती है। खासकर महिलाएं अकेले यात्रा न करें। अमेरिकी नागरिकों को सतर्क रहने और यात्रा बीमा साथ रखने की सलाह दी गई है।

मेघालय पर अमेरिकी टिप्पणी पर डिप्टी सीएम का विरोध

अमेरिका की ट्रैवल एडवाइजरी पर मेघालय के डिप्टी सीएम प्रेस्टोन तिनसॉन्ग ने कहा कि मेघालय दुनिया के सबसे सुरक्षित पर्यटन स्थलों में से एक है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से इस तरह की एडवाइजरी जारी किया जाना बहुत दुखद है। उन्होंने सवाल उठाया कि अमेरिका को ऐसी जानकारी कहां से मिलती है, जिसके आधार पर मेघालय को इस सूची में शामिल किया गया है।