आशुतोष मिश्रा/दतिया। बाल प्रगति शिक्षण संस्थान (नवांकुर संस्था) के तत्वाधान में एवं म. प्र. जन अभियान परिषद, दतिया व सामाजिक न्याय विभाग के निर्देशन में होलिका दहन के अवसर पर नशा मुक्ति का संदेश देने हेतु संस्था द्वारा नशा रूपी बुराई के प्रतीक नशासुर का दहन संस्थान के रामनगर कॉलोनी स्थित कार्यालय पर किया गया।
इस दौरान संस्थान के संचालक एवं नशा मुक्त भारत अभियान मास्टर ट्रेनर सुदीप तिवारी ने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा कि आज होलिका दहन के अवसर पर नशा रूपी बुराई के प्रतीक नशासुर के दहन का उद्देश्य समाज में यह संदेश देना है कि नशा को त्याग कर ही व्यक्ति प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकता है। नशा व्यक्ति को धीरे-धीरे अपने को कुचक्र में फंसा लेता है, फिर उससे निकलना मुश्किल हो जाता है|
इसलिए स्वयं को सदैव नशे से दूर रखें एवं अच्छे विचारों को अपनाएं।। नशा रूपी बुराई को नशा सुर की भांति दहन कर दें। साथ ही बताया अभियान के विषय में बताते हुए कहा कि सरकार व जिला प्रशासन का प्रयास है कि नशा मुक्त भारत अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़े, ताकि नशा मुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुंचाया जा सके।
नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य न केवल जन-साधारण को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना है बल्कि नशे के खिलाफ जन आंदोलन का रुप देना है ताकि नशे के खिलाफ हर आदमी जुड़ कर अपना योगदान दे सकें। इसी के साथ ही जन समुदाय से अपील की कि सभी लोग स्वयं नशा छोड़ कर अपने आसपास के लोगों को भी नशा त्यागने हेतु संकल्प दिलाएं। कार्यक्रम के दौरान संस्था संचालक सुदीप तिवारी द्वारा उपस्थित जनों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के अंत में संस्था के पदाधिकारियों एवं स्वयंसेवकों द्वारा नशा सुर का दहन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के मौसम कुशवाह, चन्द्रकांत तिवारी, मयंक पाठक, कृष्णकांत तिवारी, रविंद्र बघेल, दिनेश यादव अमन तिवारी, प्रमोद प्रजापति आदि लोग उपस्थित रहे।