Cooperative के क्षेत्र में हुए 2305 करोड़ के 19 एमओयू

स्वतंत्र समय, भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में मंगलवार को मप्र सहकारिता ( Cooperative ) क्षेत्र में कोऑपरेटिव पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (सीपीपीपी) मॉडल के तहत कुल राशि 2305 करोड़ रुपए की राशि के 19 एमओयू हुए हैं।

सीएम ने कहा, व्यापार में Cooperative की महत्वपूर्ण भूमिका

इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि व्यापार-व्यवसाय में सहकारिता ( Cooperative ) की महत्वपूर्ण भूमिका है। दुग्ध क्षेत्र, पर्यटन, एमएसएमई सहित हर क्षेत्र में सहकारिता का अलग ही महत्व है। सहकारिता के बिना कुछ भी संभव नहीं। मुख्यमंत्री जीआईएस के दूसरे दिन थीमेटिक सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से आश्वासन दिया कि जिस क्षेत्र में भी इन्वेस्टर काम करना चाहते हैं, मप्र सरकार उनका पूरा सहयोग करेगी। सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने को-ऑपरेटिव पब्लिक प्राइवेट-पार्टनरशिप (सीपीपीपी) मॉडल की घोषणा कर सहकारिता क्षेत्र में सीपीपीपी के तहत किए गए एमओयू की जानकारी दी। सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश का सीपीपीपी मॉडल देश की सहकारिता को बदलने का काम करेगा।

3300 हेक्टेयर में बसेगा उज्जैन नया शहर

राजधानी भोपाल में चल रहे ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का मंगलवार को अंतिम दिन था। समापन सत्र से पहले केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और गजेंद्र सिंह शेखावत भी समिट में शामिल हुए और निवेशकों से मुलाकात की। समिट में फिल्म एंड टूरिज्म सेशन को संबोधित करते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि एमपी के उज्जैन में नया धार्मिक शहर बसाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने उज्जैन में धार्मिक शहर बनाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि 3300 हेक्टेयर में यह शहर बसाया जाएगा। यहां स्कूल-कॉलेज-अस्पताल बनाए जाएंगे। सिंहस्थ 2028 को देखते हुए साधु-संतों, महंतों, महामंडलेश्वरों, शंकराचार्य को स्थाई रूप से जमीन दी जा रही है जहां यह नया शहर विकसित किया जाएगा। यहां आश्रम और धर्मशाला भी बना सकेंगे। यह शहर करीब 2000 करोड़ रुपए से विकसित किया जाएगा।

इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करूंगा: त्रिपाठी

समिट में मंगलवार को फिल्म एक्टर पंकज त्रिपाठी भी पहुंचे। उन्होंने कहा- 2007 में एमपी पर्यटन विभाग ने एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। इसमें दिखाया था कि एक महिला एमपी घूमने आती है। मैं गाइड बनकर उसे भीमबेटका, सांची, भोजपुर, ग्वालियर घुमाता हूं। उस वक्त मैंने एमपी की खूबसूरती देखी। मुझे तभी एमपी से प्यार हो गया था और अब यहां पर फिल्म इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करूंगा।

ये एमओयू किए गए…

  1. रिलायंस द्वारा राशि 1,000 करोड़ रुपए।
  2. वैद्यनाथ ग्रुप द्वारा निवेश का प्रस्ताव भी प्राप्त हुआ।
  3. मैजेस्टिक बासमती राइस द्वारा राशि 1000 करोड़ ।
  4. आरएम ग्रुप द्वारा राशि 100 करोड़ रुपए का एमओयू।
  5. मशरूम वल्र्ड भोपाल द्वारा राशि 100 करोड़ रुपए।
  6. वी विन लिमिटेड भोपाल द्वारा राशि 40 करोड़ रुपए।
  7. न्यूट्रेलिस कृषि समिति नोएडा द्वारा राशि 30 करोड़ ।
  8. एग्रीविस्टा एआई प्राइवेट द्वारा राशि 25 करोड़ रुपए।
  9. सवीर बायोटेक नोएडा द्वारा राशि 10 करोड़ रुपए।

अगले 3 सालों में यह नगर आकार ले लेगा

यहां 200 फीट तक की चौड़ी सडक़ें होंगी, सुविधाजनक हॉस्पिटल बनाए जाएंगे और नए स्कूल कॉलेज भी निर्मित किए जाएंगे। सिंहस्थ क्षेत्र में पक्के निर्माण के प्रोजेक्ट के अंतर्गत यह धार्मिक शहर बसाया जाएगा। इसे उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) विकसित करेगा। राज्य सरकार द्वारा सिंहस्थ क्षेत्र में अखाड़ों, साधु-संतों, महामंडलेश्वरों को स्थायी निर्माण की मंजूरी देने के बाद नए व्यवस्थित शहर बसाने की योजना पर काम किया जा रहा है। यूडीए ने इसके लिए फील्ड व टेक्निकल सर्वे पूरा कर लिया है। करीब 2000 करोड़ रुपए से यह विकास किया जाएगा।

जीआईएस की झलकियां…

  • जीआईएस स्थल के आसपास टै्रफिक व्यवस्था डगमगाई हुई थी। भदभदा स्मार्ट पार्किंग चौराहे से समिट स्थल तक जाने वाली रोड पर लगे जाम से निपटने के लिए कोई खास प्रबंध दिखाई नहीं दिए।
  • समिट स्थल पर जाने वाली रोड पर एक गाड़ी खराब हुई,लेकिन उसे वहां से तत्काल हटाने के लिए कोई प्रबंध नहीं दिखा। ट्रैफिक पुलिस जवान माइक पर यह बोलते दिखा कि गाड़ी में टूट-फूट की जवाबदारी वाहन मालिक की होगी।
  • केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रोग्राम में आने से पहले भाजपा नेता अपना रसूख दिखाते हुए कुर्सियां मंगवाकर अपने लोगों को बैठाते हुए दिखाई दिए।
  • गृह मंत्री के भाषण में पत्रकारों के बैठने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं दिखी। पूर्व से ही विभिन्न विभागों के कर्मचारी कुर्सियों पर बैठे दिखाई दिए।
  • टूरिज्म के प्रोग्राम में एक्टर पंकज त्रिपाठी, मीडिया को बाइट देने के लिए ग्राउंड में गए। लेकिन वे भीड़ ज्यादा होने की वजह से स्टेज पर लौट आए और आकर बोले कि कुछ पत्रकारों को बाइट नहीं दे सका हूं।
  • भोपाल के हर कॉलेज से करीब 20-25 छात्रों को बतौर वालेंटियर जीआईएस में बुलाया गया। कॉलेज के इन युवाओं से जब पूछा-भई आप कैसे आए तो बोले वालेटिंयर है व्यवस्था की जिम्मेदारी देख रहे है। इस कारण भी व्यवस्था गड़बड़ाई।
  • टूरिज्म के प्रोग्राम में केन्द्रीय मंत्री असहज दिखे। दरअसल, सीएम अपना भाषण देने के बाद वन टू वन करने चले गए। उनके साथ पीएस एवं अन्य अफसर भी उठ गए।
  • जीआईएस की शोभा बढ़ाने वाले ई-रजिस्टर्ड वाले इन्वेस्टर्स ने कार्यक्रम की शोभा तो सहज बढ़ा दी, लेकिन गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के बीच ही लोगों ने गेट के बाहर निकलना शुरू कर दिया। जिससे कुछ लोग असहज दिखें। हालांकि इस तरह की बिगड़ती व्यवस्था को संभालने वाले कोई जिम्मेदार अफसर मौके पर दूर-दूर तक नहीं दिखे।
  • समिट के समापन के बाद इन्वेस्ट करने आए लोग भटकते हुए दिखे। ना तो ई-रिक्शा प्रॉपर मिल पा रहा था और ना ही कोई और वाहन जो उन्हें पार्किंग तक पहुंचा दे। बेबस इन्वेस्टर्स भटकते हुए पैदल दिखे।
  • टूरिज्म के प्रोग्राम में सूरमा भोपाली के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले मेहमान की बारी बोलने की आई तो अभिनेता अपना माइक उन्हें देने के लिए उठ कर पहुंचे। जबकि विभाग के जिम्मेदार अफसर बैठे-बैठे देखते रह गए।
  • टूरिज्म के प्रमुख सचिव बोले हमारे यहां तो एक ही खिडक़ी है। हमारे विभाग में शुरुआत भी हमसे होती है और एंड भी हमारे पास ही आकर होता है। हम लोग हर बात सीएम तक नहीं जाने देते।
  • प्रमुख सचिव टूरिज्म की फिसली जवान: वे अपने उद्बोधन में बोले कि विभाग मुझे पांच साल से झेल रहा है। ऐसा बोलने के बाद बात संभालते हुए वे अपनी बात आगे रखी।
  • मुख्य सचिव अनुराग जैन कहा कि हमारी पॅालिसी का कॉकस है कि हम हर सेक्टर में पॉलिसी बना रहे है जिससे पता चल सके कि किस-किस उघोग में प्रत्येक परमीशन की जरूरत है अथवा नहीं। यदि आवश्यकता नहीं दिखेगी तो ऐसी अनुमतियां लिए जाने का नियम समाप्त कर देंगे।
  • सीएम डॅा.मोहन यादव ने कहा कि जीआईएस ने सबसे बड़ा रिकार्ड बनाया है। मंै महाकाल की नगरी से आता हूूं, कुंभ म स्नान करने को माना गया कि यह सब अमृत मंथन से हुआ है।
  • अमृत माइनिंग सेक्टर की ताकत है इसलिए सरकार माइनिंग के मामले में सार्थक पहल करेंगी। पृथ्वी के गर्भ से निकला खजाना हम सभी को फलीभूत हो और हम सभी के काम भी आए, ऐसी मैं कामना करता हंू। यह बात मुख्यमंत्री ने अपनी उद्बोधन में यह बात कही।
  • प्रदेश सरकार के टूरिज्म मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारी सरकार अनेक नवाचार करते हुए योजनाओं को मूर्त रूप दे रही है।
  • जीआईएस में शामिल होने इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव को भी अपने वाहन के पास जाने के लिये लगभग 3 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। इंदौर से कांच बंद एसी गाड़ी से महापौर अपने दल-बल के साथ समिट स्थल पर पहुंचे, लेकिन सिस्टम की अव्यवस्था की वजह साथियों का पसीना निकल गया। साथ वाले ही साथी सिस्टम की व्यवस्था पर आपस में मजाक करते हुए देखे गए।