स्वतंत्र समय, भोपाल
पूर्व सीएम व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ एक बार फिर पीसीसी में अपनी सक्रियता दिखाने जा रहे हैं। लोकसभा काउंटिंग ( counting ) के लिए नाथ मंगलवार सुबह से शाम तक पीसीसी में ही मौजूद रहेंगे। जहां वे पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के साथ मिलकर वॉर रूम में एक्टिव रहेंगे। जबकि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह काउंटिंग के लिए सोमवार शाम अपने संसदीय क्षेत्र राजगढ़ पहुंच गए हैं।
counting के दौरान 52 जिलों की टीम के संपर्क में रहेंगे
पिछले दोनों विधानसभा चुनावों व 2019 के लोकसभा चुनावों की काउंटिंग ( counting ) के दौरान नाथ, दिग्विजय सिंह देर रात तक पीसीसी में सक्रिय रहे थे। इस बार पूर्व सीएम नाथ, पीसीसी चीफ पटवारी, पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव व नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार प्रदेश कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम में बैठकर सभी 52 जिलों की टीम के संपर्क में रहेंगे। विशेषकर कोई भी गड़बड़ी मिलने पर तत्काल वहां संपर्क किया जाएगा। इस दौरान निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन से शिकायत करने में सहायता के लिए निर्वाचन आयोग से संबंधित मामलों के प्रभारी जेपी धनोपिया भी मौजूद रहेंगे। दूसरी ओर भाजपा ने भी काउंटिंग के दौरान प्रदेश भर में नजर रखने और कोई भी मामला सामने आने पर तत्काल आपत्ति व शिकायत दर्ज कराने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं को भोपाल बुला लिया है। इस दौरान प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, महामंत्री भगवानदास सबनानी कंट्रोल रूप में रहेंगे। प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा पन्ना में रहेंगे। सबसे अंत में खजुराहो का ही रिजल्ट आना है। इसलिए वे काउंटिंग खत्म होने के बाद ही भोपाल आएंगे।
घर बैठकर टीवी न देखें जिला कार्यालय में रहें कार्यकर्ता
एक्जिट पोल के बाद आई निराशा को दूर करते हुए कांग्रेस हाईकमान ने कार्यकर्ताओं को मतगणना के लिए एक्टिव करते हुए घर से बाहर रहने के निर्देश दिए हैं। मतगणना के एक दिन पहले एआईसीसी ने देश भर के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि काउंटिंग के दौरान घर में बैठकर टीवी न देखते रहें, बल्कि जिला या प्रदेश कार्यालय पहुंचें। सभी प्रदेशों के प्रभारी अपने दफ्तरों में बैठने की पर्याप्त व्यवस्था करें और जहां भी जरूरत पड़े वहां कार्यकर्ताओं को तत्काल भेजें। ने कहा कि भाजपा और उनकी सरकार के लोग मतगणना के दौरान लोकतंत्र व संविधान की मर्यादा का उल्लंघन करते हैं।