मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को लेकर एक नई कानूनी लड़ाई सामने आई है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उमंग सिंघार को समन जारी किया है, जो उनकी पत्नी प्रतिमा मुद्गल द्वारा दायर की गई याचिका के आधार पर है। प्रतिमा ने घरेलू हिंसा के आरोप में अदालत का दरवाजा खटखटाया, और दावा किया कि उमंग सिंघार से उनकी जान को खतरा है।
धमकी और अपमान के गंभीर आरोप
प्रतिमा मुद्गल ने याचिका में उमंग सिंघार पर लगातार धमकी भरे फोन करने और मानसिक उत्पीड़न का आरोप भी लगाया है। इसके अलावा, उन्होंने सिंघार के एक आईपीएस रिश्तेदार पर भी खुद को खतरे में डालने का आरोप लगाया है। प्रतिमा का यह भी कहना है कि शादी से पहले उमंग सिंघार ने अपनी पिछली तीन शादियों के बारे में उन्हें छुपाया था, जिससे उनके विश्वास को गहरा धक्का लगा।
सुप्रीम कोर्ट में चल रही कानूनी लड़ाई
यह मामला और भी जटिल हो गया जब 2022 में उमंग सिंघार के खिलाफ रेप का आरोप लगाने वाली प्रतिमा पिंकी मुद्गल ने सुप्रीम कोर्ट में क्रिमिनल एसएलपी दायर की। इस एसएलपी में उन्होंने आरोप लगाया कि उमंग सिंघार ने अपनी दूसरी पत्नी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, और उनके रिश्तेदारों ने मामले को कमजोर करने की कोशिश की। इसके अलावा, प्रतिमा ने उमंग सिंघार की तीसरी पत्नी सोनिया भारद्वाज की संदिग्ध मौत को लेकर भी सवाल उठाए, और उसकी हत्या को आत्महत्या बताने का आरोप लगाया।
हाई कोर्ट द्वारा रेप केस रद्द किए जाने के बावजूद विवाद
गौरतलब है कि जबलपुर हाई कोर्ट ने उमंग सिंघार पर लगे रेप के आरोपों को रद्द कर दिया था, जिससे उन्हें राहत मिली थी। लेकिन इसके बावजूद प्रतिमा मुद्गल की ओर से दायर एसएलपी मामले में विवाद जारी है, और यह कानूनी लड़ाई अभी भी चल रही है।