स्वतंत्र समय, भोपाल
प्रदेश में गौवंश और गौ ( Cow ) पालक दोनों को सुरक्षा देने के साथ मजबूती देने के प्रयास किए जा रहे हैं। गौ पालन को बढ़ावा देने के लिए गौ पालकों की आर्थिक रूप से मजबूत किया जा रहा है। अब दूध उत्पादन में भी प्रदेश को नंबर वन बनाना है तो अगली पशुगणना में प्रदेश को सबसे आगे लाना है। इसके लिए 10 गाय रखने वालों को अनुदान दिया जाएगा और गौ पालकों को क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी दिलाई जाएगी। वहीं गौ वध के दोषियों को 7 साल की सख्त सजा का प्रावधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य स्तरीय गोवर्धन पूजा समारोह में 10 श्रेष्ठ गौ पालकों को सम्मानित करते हुए ये बात कही। पहली बार सरकारी स्तर पर प्रदेश में गोवर्धन पूजा की गई।
सीएम यादव ने मुख्यमंत्री निवास में गोवर्धन और Cow की पूजा की
राज्य स्तरीय कार्यक्रम राजधानी के रविंद्र भवन में आयोजित किया गया। सीएम यादव ने मुख्यमंत्री निवास में भी गोवर्धन एवं गायों ( Cow ) की पूजा की। सीएम ने कहा प्रदेश में पहली बार शासन स्तर पर गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य हमारी हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति और गौ-माता के प्रति सम्मान की भावना को सशक्त करना है। सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए सीएम ने कहा दुग्ध सहकारिता को आंदोलन बनाने का काम लौह पुरूष ने किया। हमने भी राष्ट्रीय डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड से अनुबंध कर एमपी में गुजरात पैटर्न पर किसानों और पशुपालकों की सहायता के लिए ठोस कदम उठाए हैं। सीएम ने कहा जो पशुपालक 10 या उससे अधिक गायों का पालन करेंगे उन्हें भी विशेष अनुदान दिया जाएगा। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में वर्तमान में देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 9 प्रतिशत उत्पादन हो रहा है, जिसे 20 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के 51 हजार गांवों में दुग्ध उत्पादन किया जाएगा। शुरूआत में 11 हजार गाँव में दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि का प्रयास है। कार्यक्रम में पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री लखन पटेल स्वामी अच्युतानंद, गौ-संरक्षण के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले स्वामी हरिओमानंद, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, भोपाल सांसद आलोक शर्मा, विधायक भगवान दास सबनानी, रामेश्वर शर्मा, प्रमुख सचिव संस्कृति शिव शेखर शुक्ला सहित संत-महंत, जन-प्रतिनिधि अधिकारी एवं नागरिक उपस्थित थे।
ये हैं उत्कृष्ट गौशाला संचालक
कार्यक्रम में प्रदेश के 10 श्रेष्ठ गौशाला संचालकों को सम्मानित किया गया। इनमें इंदौर की गौशाला के संचालक हरिओम आनंद, गायत्री परिवार से जुड़े सूरज सिंह परमार, सोनू जैन, प्रदीप कुमार जैन एवं उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर आदि नगरों के अन्य गौशाला संचालक शामिल हैं।
यह भी बोले सीएम…
- गौ-वध को रोकने के लिये समुचित व्यवस्था की गई है। गौ-वध का दोषी पाये जाने पर 7 वर्ष की सख्त सजा दिलाई जाएगी।
- प्रदेश गौ-वंश में समृद्ध है। लगभग 1 करोड़ 39 लाख गायें हैं। वर्ष 2019 की पशु गणना में प्रदेश तीसरे स्थान पर है। अगली पशुगणना में देश में प्रथम स्थान पर आने का प्रयास करेंगे।
- शहरों में भी गौपालन से पशुपालक अपनी आय बढ़ा सकते हैं। प्रदेश इस क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रहा है।
- गाय माँ के समान है, वह सृष्टि की जननी भी मानी गई है। शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना के बाद सर्वप्रथम गाय को ही पृथ्वी पर भेजा था। गाय कई रूपों में मानवता का संरक्षण करती है।
- इंदौर, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर जैसे शहरों में जहाँ हजारों की संख्या में गौ-वंश है, बड़ी गौशालाएँ प्रारंभ की जाएंगी। शहरों की गौशालाओं में 5 हजार से 10 हजार तक गौवंश को रखने की व्यवस्था होगी।
- राज्य सरकार ने वर्ष 2024-25 में पशुधन संरक्षण और पशुपालन गतिविधियों के लिए 590 करोड़ रूपए की राशि का प्रावधान किया है।
सीएम हाउस में भी गोवर्धन पूजा
सीएम यादव ने मुख्यमंत्री निवास में भी विधिवत गोवर्धन पूजा की। इसके लिए गोवर्धन पर्वत बनाया गया है। उन्होंने अपने निवास की गौ शाला में गायों को मिष्ठान खिलाकर दुलार किया।