स्वतंत्र समय, इंदौर
मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ केंद्रीय गुरूसिंघ सभा के अध्यक्ष मोनू उर्फ हरपाल सिंह भाटिया द्वारा कराए जा रहे क्रिकेट टूर्नामेंट में शनिवार 27 जनवरी रात को जमकर विवाद हो गया। प्रतापनगर क्रिकेट टीम के सदस्यों को जमकर पीटा गया, क्योंकि वहां चल रहे सट्टे को लेकर उन्होंने आपत्ति ली थी और यह टीम मैच जीत गई थी। पीडि़त पक्ष जब शिकायत के लिए अन्नपूर्णा थाने गए तो वहां दबाव बनाने आयोजक पहुंचे और रिपोर्ट रुकवा दी। अब इधर टीम रविवार को होने वाले फाइनल मैच में नहीं खेलने का बोल रही है। पीड़ित हरपाल होरा ने कहा कि बात चल रही है मैं अभी इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकता हूं। फाइनल मैच खेलेंगे या नहीं यह तय नहीं है।
सट्टे को रोकने को लेकर हुआ विवाद
अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में एक टर्फ पर मोनू द्वारा यह टूर्नामेंट कराया जा रहा है। इसमें शनिवार को सेमीफाइनल मैच प्रतापनगर और आयोजकों की टीम के बीच हो रहा था। इसी दौरान एक युवक ने शर्त के नाम पर सट्टा शुरु कर दिया कि इस ओवर में इतने रन बनेंगे, दो हजार की शर्त लगाइए। इस बॉल पर आउट होगा। इसे लेकर प्रतापनगर टीम ने आपत्ति ली तो इसी पर विवाद शुरु हो गया। मैच खत्म होने जा रहा था तभी आयोजकों ने गेट बंद कर दिया। इसके बाद प्रतापनगर के जीतने के बाद टीम के सदस्यों को जकर पीटा।
महिलाएं भी बीच-बचाव के लिए आई तो हुई बदतमीजी
इस दौरान वहां मौजूद महिलाएं जब बीच-बचाव के लिए पहुंची तो उनके साथ भी गलत व्यवहार हुआ और बदतमीजी की गई। गेट बंद होने वह भी नहीं निकल पाईं। काफी देर तक हंगामा चलता रहा और इस दौरान हरपाल होरा, वीर होरा, सिल्की होरा, रोम्पी बग्गा, सलूजा परिवार के सदस्यों सहित कई लोगों के साथ मारपीट हुइ।
पीडि़त थाने पहुंचे तो आयोजक भारी संख्या में पहुंचे, दबाव बनाया
इसके बाद जब गेट खुला तो टीम के सदस्य थाने पर शिकायत करने के लिए पहुंचे ही थे कि वहां पर आयोजक अपने साथ भारी संख्या में समर्थक लेकर पहुंच गए और शिकायत करने के लिए रोका गया। इसके लिए दबाव-प्रभाव सभी तरह के प्रयास हुए और आखिर में टीम थाने में बिना शिकायत के लौट गई।