गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में एक 65 वर्षीय महिला से शादी का झांसा देकर एक बुजुर्ग ने डेढ़ साल तक धोखा किया। इस दौरान उसने महिला से तीन करोड़ रुपये का लेन-देन किया और 50 लाख रुपये के गहने बनवाकर अपनी बेटी को दे दिए। जब महिला ने शादी के दस्तावेज और एफडी के प्रमाण मांगे, तो आरोपी अचानक फरार हो गया। पूरी घटना से महिला पूरी तरह से चौंक गई और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। अब इस मामले की जांच शुरू हो चुकी है।
क्या है पूरा मामला?
कौशांबी थाना क्षेत्र की एक सोसायटी में रहने वाली 65 वर्षीय महिला का पति 2003 में तलाक हो चुका था। महिला ने लंबे समय तक अकेलेपन से जूझते हुए, लगभग दो साल पहले मेट्रोमोनियल साइट पर अपना प्रोफाइल बनाया। यहाँ उसकी मुलाकात 68 वर्षीय एक व्यक्ति से हुई, जो खुद को सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी बताता था। इसके बाद दोनों का मेलजोल बढ़ा, और धीरे-धीरे महिला को विश्वास दिलाकर उसने शादी का प्रस्ताव दिया। महिला ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया, क्योंकि वह अकेलेपन से त्रस्त थी और किसी का साथ चाहती थी।
शादी का झांसा और ठगी का सिलसिला
शादी के बाद आरोपी ने महिला को यह विश्वास दिलाया कि विवाह के लिए नोटरी करवाई जा चुकी है, लेकिन कभी कोई दस्तावेज़ नहीं दिए। इसके अलावा, दोनों ने मिलकर एक ज्वाइंट बैंक खाता खुलवाया। आरोप है कि आरोपी ने महिला की तीन करोड़ रुपये की एफडी तुड़वाकर ज्वाइंट खाते में ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद, उसने उन पैसों को अपनी बेटी और दामाद के खातों में ट्रांसफर कर दिया और महिला के गहने भी अपनी बेटी को दे दिए। आरोपी ने कुछ चेक पर महिला के हस्ताक्षर भी फर्जी तरीके से कराए।
महिला का जब दबाव बढ़ा
जब महिला ने शादी और एफडी के दस्तावेज मांगे, तो आरोपी का हौसला टूट गया। उसने बहाने बनाना शुरू कर दिए और जैसे ही महिला ने उसे दबाव डाला, वह फरार हो गया। महिला ने पुलिस उपायुक्त से शिकायत दर्ज कराई और कौशांबी थाने में मामला दर्ज हुआ। पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी की पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी, जबकि महिला के पहले पति का भी निधन कुछ साल पहले हुआ था।
इमोशनल ब्लैकमेल कर ठगी
यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि ठगों का जाल कैसे मासूम और अकेले लोगों को शिकार बनाता है। खासकर वृद्ध महिलाओं को ऐसे लोग अपने झांसे में ले आते हैं। पुलिस अब इन दोनों मामलों की गहराई से जांच कर रही है, ताकि आरोपितों को सजा दिलाई जा सके।