खजराना गणेश मंदिर में गणेशोत्सव पर उमड़ेगी भीड़, ट्रैफिक पुलिस ने बदले रूट और तय की पार्किंग व्यवस्था

इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में इस साल गणेशोत्सव 27 अगस्त से 6 सितंबर तक मनाया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी यहां भक्तों की भारी भीड़ जुटने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने मंदिर क्षेत्र के लिए विशेष यातायात योजना तैयार की है। इस योजना के तहत भक्तों की सुविधा के लिए आने-जाने के मार्ग अलग-अलग तय किए गए हैं और वाहनों के लिए विशेष पार्किंग स्थलों की व्यवस्था भी की गई है।

पार्किंग व्यवस्था और सख्त कार्रवाई

मंदिर के आसपास अलग-अलग जगहों पर वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पुलिस ने साफ चेतावनी दी है कि कोई भी वाहन सड़क या गलियों में अवैध रूप से खड़ा किया गया तो उस पर चालानी कार्रवाई की जाएगी। यदि स्थिति गंभीर हुई तो ऐसे वाहनों को जब्त भी किया जाएगा। प्रशासन का मानना है कि सख्ती से ही भीड़ को व्यवस्थित रखा जा सकता है और भक्तों को परेशानी से बचाया जा सकता है।

मंदिर आने-जाने के लिए तय किए गए रास्ते

यातायात योजना के अनुसार, मंदिर की ओर आने वाले वाहन चौकी के पास मुख्य द्वार से प्रवेश करेंगे। यहां से वाहनों को सिद्धिविनायक हॉस्पिटल के पास से बाएं मुड़कर गणेशपुरी, गोयल विहार और रेनबसेरा-टी होते हुए मंदिर की पार्किंग तक जाने की अनुमति होगी। वहीं, मंदिर से लौटने वाले वाहन कालका माता मंदिर गेट से निकलकर गणेश मंदिर तिराहा पार करते हुए खजराना चौराहा पहुंचेंगे।

गांव और चौराहे के लिए रूट तय

खजराना गांव की ओर जाने वाले वाहनों के लिए खजराना चौराहे से गोया रोड का मार्ग निर्धारित किया गया है। इसी तरह खजराना चौराहे की ओर आने वाले वाहन जमजम तिराहा से होकर गोया रोड का इस्तेमाल करेंगे। इसके अलावा पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि बंगाली से लेकर सिद्धिविनायक हॉस्पिटल तक किसी भी प्रकार के वाहन का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।

भारी वाहनों पर सख्त रोक

गणेशोत्सव के दौरान भारी वाहनों की आवाजाही पर भी पाबंदी लगाई गई है। रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक ही भारी ट्रक और लोडिंग वाहन स्टार चौराहे से खजराना चौराहा और पटेल नगर से खजराना की ओर जा सकेंगे। वहीं दिन के समय इस पूरे रूट पर सभी तरह के भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा।

भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा पर जोर

ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य भक्तों को बिना किसी परेशानी के मंदिर तक पहुंचाना और वापस लौटाना है। साथ ही अव्यवस्थित पार्किंग और अव्यवस्थित यातायात को रोकना भी जरूरी है। गणेशोत्सव के दौरान पुलिस की विशेष टीमें तैनात रहेंगी, ताकि किसी भी स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।