कॉमनवेल्थ गेम्स के एग्जीक्यूटिव बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लेते हुए घोषणा की है कि वर्ष 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी भारत करेगा। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में आयोजित होगा। यह निर्णय भारत के मजबूत बुनियादी ढांचे, प्रभावी प्रशासन और कॉमनवेल्थ मूल्यों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। मेजबानी की दौड़ में नाइजीरिया की राजधानी अबुजा भी शामिल थी, मगर अहमदाबाद ने अपनी तैयारियों और क्षमता के दम पर उसे पीछे छोड़ दिया।
100 साल पूरे करेगा कॉमनवेल्थ गेम्स का इतिहास
2030 का आयोजन सिर्फ खेलों की दृष्टि से नहीं, बल्कि ऐतिहासिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण रहेगा। यह वह वर्ष होगा जब कॉमनवेल्थ गेम्स अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाएंगे। इन खेलों की शुरुआत 1930 में कनाडा के हैमिल्टन शहर से हुई थी। भारत से पहले इस महाकुंभ का आयोजन 2026 में ग्लास्गो में होना तय है। ऐसे में भारत का लक्ष्य रहेगा कि वह 2030 से पहले अपने प्रदर्शन को और मजबूत करे, ताकि घरेलू मैदान पर होने वाले गेम्स में देश अधिक आत्मविश्वास के साथ उतरे।
दिल्ली 2010 की चमकदार सफलता
भारत ने आखिरी बार 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी, और उस दौरान देश का प्रदर्शन बेहद लाजवाब रहा था। भारत ने कुल 101 पदक जीतते हुए तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया था। इनमें 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य पदक शामिल थे। उस सफलता ने भारतीय खेल इतिहास में नई ऊर्जा भरी थी। अब 2030 के अहमदाबाद गेम्स में देश से उतनी ही नहीं, बल्कि उससे भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें की जा रही हैं।