मध्य प्रदेश में चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का असर गहराया, इन 15 जिलों में होगी झमाझम बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट

मध्य प्रदेश में मौसम का मिज़ाज इन दिनों पूरी तरह बदला हुआ है। आमतौर पर अक्टूबर के आख़िरी सप्ताह तक प्रदेश में बारिश का सिलसिला थम जाता है, लेकिन इस बार चक्रवाती तूफान मोंथा ने मौसम का रुख बदल दिया है। इसका असर इतना गहरा है कि बीते 24 घंटों में राज्य के 150 से अधिक स्थानों पर बारिश दर्ज की गई है। झाबुआ के थांदला में 4.7 इंच तक पानी बरसने से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। वहीं, प्रदेश के तीन स्थानों पर अति भारी और तीस जिलों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के अनुसार, इस पूरे सिस्टम का केंद्र फिलहाल पश्चिमी मध्य प्रदेश रहा, जहाँ सबसे ज़्यादा वर्षा दर्ज की गई।

अगले तीन दिन रहेगा तूफानी दौर, भारी बारिश की चेतावनी

मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक़, चक्रवाती तूफान मोंथा फिलहाल पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में सक्रिय है और मंगलवार की रात यह आंध्र प्रदेश के तट पर टकराने की संभावना है। इसके बाद यह तूफान मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम होते हुए पश्चिमी और उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा। इसका सीधा असर मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले तीन दिनों तक प्रदेश में भारी से अति भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है। यह बारिश विशेष रूप से पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में अधिक प्रभाव डाल सकती है। हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि 1 नवंबर के बाद बारिश की सक्रियता धीरे-धीरे कम होने लगेगी और मौसम फिर शुष्क रूप लेगा।

ग्वालियर में लगातार बारिश, सागर में कोहरे की चादर

मध्य प्रदेश के कई जिलों में आसमान पूरी तरह बादलों से घिरा है। ग्वालियर-चंबल संभाग में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे शहरों की सड़कें फिसलन भरी और यातायात प्रभावित हुआ है। वहीं, झाबुआ, मंदसौर, श्योपुर, उज्जैन, रतलाम, धार और नीमच जिलों में 2 से 4.5 इंच तक बारिश दर्ज की गई है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी रुक-रुककर हल्की बारिश हो रही है। मंगलवार सुबह से ही सागर जिले में घना कोहरा और धुंध छाई रही, जिसके कारण दिन में भी हल्की ठंड का एहसास होने लगा है। भोपाल और इंदौर में भी पूरे दिन बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलती रहीं।

बारिश से तापमान में गिरावट, नवंबर में बढ़ेगी सर्दी

लगातार हो रही बारिश ने प्रदेश के तापमान पर भी असर डाला है। दिन का तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री तक गिर गया है। हालांकि, बादलों के कारण रात का तापमान थोड़ा बढ़ा हुआ है, जिससे रातें अभी उतनी ठंडी नहीं लग रहीं। खंडवा में दिन का अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अन्य जिलों में तापमान 30 डिग्री से नीचे रहा। रात का न्यूनतम तापमान शिवपुरी में 16 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। मौसम विभाग के मुताबिक़, 1 नवंबर तक बारिश जारी रहने के आसार हैं। इसके बाद मौसम शुष्क हो जाएगा और नवंबर के दूसरे सप्ताह से प्रदेश में ठंड बढ़ने लगेगी।

चक्रवाती सिस्टम के कारण वातावरण में बढ़ी नमी

मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में चक्रवाती तूफान मोंथा पूर्व-मध्य अरब सागर पर बने डिप्रेशन सिस्टम के रूप में सक्रिय है, जो अगले 36 घंटों में उत्तर-पूर्व दिशा की ओर आगे बढ़ेगा। इसके अलावा, एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्वी राजस्थान और आसपास के इलाकों में सक्रिय है, जो 3.1 से 4.5 किमी की ऊँचाई पर स्थित है। इसके साथ ही, अरब सागर से गुजरती हुई एक ट्रफ लाइन गुजरात और राजस्थान तक फैली हुई है, जो नमी को लगातार मध्य प्रदेश की ओर खींच रही है। साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ भी इस समय सक्रिय है, जिसके कारण मध्य प्रदेश के ऊपर ठंडी और नम हवाओं का संगम बन गया है — यही वजह है कि बारिश का दौर उम्मीद से ज़्यादा लंबा खिंच गया है।

13 जिलों में येलो अलर्ट, कई हिस्सों में भारी वर्षा की आशंका

मौसम विभाग ने मंगलवार को 13 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिवनी, मंडला और बालाघाट शामिल हैं। वहीं, विदिशा, राजगढ़, रतलाम, आगर, अनूपपुर, डिंडौरी, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
इन इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं चल सकती हैं, जिनकी रफ्तार 30 से 40 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। किसानों को सलाह दी गई है कि फसलों को सुरक्षित रखें और खुले मैदानों में खड़े पेड़ों के नीचे न जाएं।

29 और 30 अक्टूबर के लिए विशेष चेतावनी

29 अक्टूबर को बैतूल, बुरहानपुर, मुरैना, श्योपुरकलां, अनूपपुर, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और पांढुर्णा जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन इलाकों में 4.5 इंच तक वर्षा होने की संभावना जताई गई है। वहीं, 30 अक्टूबर को सात जिलों — सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर और शहडोल — में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहाँ 4.5 से 8 इंच तक की अति भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, छिंदवाड़ा, सिवनी, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना और मैहर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जगहों पर भी तेज़ हवाएं और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है।