स्वतंत्र समय, नई दिल्ली/भोपाल
केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ( excise ) ड्यूटी 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दी है। हालांकि, आधे घंटे बाद ये भी साफ किया कि इससे पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़ेंगे। ये खर्चा पेट्रोलियम कंपनियां उठाएंगी। उधर, एलपीजी गैस सिलेडर की कीमतों में 50 रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई है। वहीं उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के गैस सिलेंडर की कीमत 500 से बढ़कर 550 रुपए हो जाएगी।
अभी पेट्रोल पर 19.90 रुपए excise ड्यूटी
अभी सरकार पेट्रोल पर 19.90 रुपए लीटर और डीजल पर 15.80 रुपए लीटर एक्साइज ( excise ) ड्यूटी वसूल रही है। इस बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल पर 21.90 रुपए लीटर और डीजल पर 17.80 रुपए लीटर ड्यूटी लगेगी। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ड्यूटी को कच्चे तेल की घटी कीमतों से एडजस्ट किया जाएगा। अगर आगे भी कच्चे तेल के दाम घटे रहे तो पेट्रोल-डीजल के दामों में गिरावट आ सकती है।
घाटे को कम करने बढ़ाई कीमतें
सोमवार को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गैस सिलेंडर के रेट बढऩे संबंधित जानकारी दी। आखिरी बार सरकार ने 8 मार्च 2024 को महिला दिवस पर सिलेंडर के दामों में 100 रुपए की कटौती थी। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा- ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को लागत से कम कीमत पर सिलेंडर बेचने के कारण लगभग 41,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इस घाटे को कम करने के लिए कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया गया।
भोपाल में 858 और इंदौर में 881 रुपए में मिलेगा सिलेंडर
केंद्र सरकार ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 50 रुपए बढ़ा दी है। नए रेट 8 अप्रैल से लागू होंगे। इससे प्रदेश में भी घरेलू गैस महंगी हो जाएगी। प्रदेश के 5 बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 858 रुपए, इंदौर में 881 रुपए, ग्वालियर में 936 रुपए, जबलपुर में 859 रुपए और उज्जैन में 912 रुपए में सिलेंडर मिलेगा। सबसे महंगी गैस भिंड और मुरैना में मिलेगी। मुरैना में 937 और भिंड में 936 रुपए चुकाने होंगे।
एलपीजी के रेट बढ़ने पर कमलनाथ ने उठाई आपत्ति
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा-घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में 50 रुपए की वृद्धि कर केंद्र सरकार ने आम आदमी पर महंगाई का चाबुक चलाया है। भोपाल में अब सिलेंडर की कीमत 858.50 रुपए हो जाएगी। देश में पहले से ही रसोई का बजट आसमान छू रहा था। दाल, सब्जियों, खाद्य तेल, आटा और राशन का दूसरा सामान पहले से ही महंगा है। उन्होंने कहा-अलग-अलग संस्थाओं की रिपोर्ट बताती है कि बढ़ी हुई महंगाई के कारण लोग कर्ज के बोझ में डूबते जा रहे हैं और बच्चों की पढ़ाई लिखाई तक का खर्च नहीं उठा पा रहे। ऐसे में सरकार को महंगाई में राहत देने का कोई कदम उठाना चाहिए था। लेकिन राहत देने के बजाय सरकार ने गैस सिलेंडर महंगा करके आम आदमी की पीड़ा का मजाक उड़ाया है।