प्रसूता और नवजात की मौत, परिजनों का अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप

स्वतंत्र समय, सीहोर

गुरुवार रात को नगर के गंगा आश्रम क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज कराने आई प्रसूता की मौत हो गई, जिसके बाद यहां मृतका के परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन पर गलत इलाज करने और लापरवाही के आरोप लगा दिए तथा यहां गहमागहमी का माहौल बन गया । प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के पलटन एरिया क्षेत्र निवासी 35 वर्षीया अश्विनी चतुर्वेदी 9 माह की गर्भवती थी जिसका इलाज शहर के गंगा आश्रम क्षेत्र स्थित निजी अस्पताल सुयश अस्पताल में चल रहा था।
गुरुवार को भी वह इसी सिलसिले में अस्पताल आई थी जहां एक इंजेक्शन लगाने के बाद अचानक उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उसके परिजन आनन फानन में उसे लेकर शासकीय चिकित्सालय पहुंचे जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया, दुखद पहलू यह भी रहा कि इस मामले में नवजात को भी नहीं बचाया जा सका । इस बारे में मृतका के परिजनों ने संबंधित डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कहा है कि मृतका की हालत बिल्कुल ठीक थी और वो पूर्ण रूप से स्वस्थ थी, वो केवल रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल आई थी जहां एक गलत इंजेक्शन देने से उसकी हालत बिगड़ गई और जच्चा तथा बच्चा की दुखद मृत्यु हो गई ।
परिजनों का ये भी कहना है कि घटना के बाद अस्पताल का पूरा स्टाफ वहां से गायब हो गया और कोई भी जिम्मेदार वहां मौजूद नहीं था जबकि अस्पताल में अन्य मरीज भी भर्ती थे, जिनमें कुछ गंभीर मरीज भी थे, अगर उनको कुछ होता तो कौन जिम्मेदार होता । उन्होंने कहा कि हमने तो अस्पताल के घटिया इलाज की वजह से अपनी बच्ची खो दी है लेकिन आगे ऐसी लापरवाही कोई अस्पताल ना करे इसके लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को ठोस इंतजाम कर यहां वहां खुल गए अवैध अस्पतालों पर लगाम लगानी होगी । इस मामले में पुलिस का कहना है कि मृतका के परिजनों ने उनको शिकायती आवेदन दिया है जिसकी जांच करने के बाद मामले में उचित कार्यवाही की जाएगी । ज्ञातव्य है कि मृतका का मायका भी सीहोर के चरखा लाईन क्षेत्र में ही है तथा वो आंगनवाड़ी में कार्यरत थी ।